सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू (Markandey Katju) ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के जरिये कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) पर साधा निशाना। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के निष्कर्ष पर यह कहा जा सकता है। बस हो चुकी नमाज़, मुसल्ला उठाइये। उनके द्वारा किये इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) ने भी कई तरह के जवाब दिए हैं।

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने कही यह बात

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने भारत जोड़ो यात्रा पर लिखे गए एक लेख को अपने फेसबुक हैंडल से शेयर किया। जिसमें उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के जरिये राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा के समापन पर राहुल गांधी के लाल चौक में तिरंगा फहराने से क्या हासिल किया है? कुछ नहीं। यह सिर्फ एक नौटंकी थी, एक बहुप्रचारित मेलोड्रामा। उन्होंने यात्रा में उमड़ने वाली भीड़ पर कहा,”यात्रा के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन जब कोई ‘मदारी’ अपने बंदरों के साथ सड़क पर आ जाता है तो भारी भीड़ भी उमड़ पड़ती है। हालांकि जब चुनाव में मतदान की बात आती है तो वे जाति और धर्म के आधार पर जाएंगे।

उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan), पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल रामदास, फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर और पूजा भट, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर और हर्ष मंदर, गांधीजी के परपोते तुषार गांधी, योगेंद्र यादव का नाम लेते हुए सवाल किया कि इनके यात्रा में आने से कांग्रेस को कितना ही वोट मिलेगा? मार्कंडेय काटजू ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों पर कहा कि उन्होंने मुस्लिम वोट बैंक पर नजर रखते हुए इस तरह के भाषण दिए हैं। अगर मुस्लिम वोट कांग्रेस को मिल भी जाते हैं तो भी उनका वोट बर्बाद हो जाएगा।

राहुल गांधी द्वारा किये गए पूजा पाठ को लेकर उन्होंने लिखा,”उन्हें जनेऊधारी शिवभक्त घोषित किया गया, और स्पष्ट रूप से हिंदू वोट पाने के लिए मानसरोवर झील पर गए। क्या उनके पास कोई ठोस योजना है कि देश की व्यापक गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि आदि समस्याओं को कैसे हल किया जाए? उन्होंने किसी का जिक्र नहीं किया है।” उन्होंने शायर हैदर अली आतिश की शेर का जिक्र करते हुए लिखा,” भारत जोड़ो यात्रा के निष्कर्ष पर यह कहा जा सकता है, बस हो चुकी नमाज़, मुसल्ला उठाइये।

लोगों के रिएक्शन

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू द्वारा किये गए इस पोस्ट पर कुछ लोगों ने उनकी बातों का समर्थन करते हुए कमेंट्स किये तो वहीं कुछ लोगों ने कटाक्ष करते हुए कई तरह के सवाल किये। इकबाल रजा नाम के एक फेसबुक यूजर ने लिखा- कांग्रेस की आलोचना या उनके किये गये यात्रा पर विशलेषण करके कोई फायदा नहीं है क्योंकि कांग्रेस सत्ता में नहीं है। हमें किसी भी तरह की मदद नहीं मिलेगी। इससे अच्छा क्यों नहीं सत्ताधारी सरकार से अपने हक और अधिकार को मांगे?” अख्तर नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि आपकी बात कड़वी ज़रूर है लेकिन सच यही है।

जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गांधी सोमवार (30 जनवरी 2023) को इसका समापन होगा। इससे पहले रविवार (29 जनवरी 2023) दोपहर राहुल गांधी ने श्रीनगर स्थित लाल चौक पर तिरंगा फहराया। गौरतलब है कि आज से 31 साल पहले मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 26 जनवरी 1992 को लाल चौक पर तिरंगा फहराया था।