नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी ने २६ जुलाई को भी पूछताछ की। इससे पहले उनसे एक दौर की पूछताछ हो चुकी है। वहीं, एक तरफ जहां ईडी सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता श्रीनिवास को पुलिस द्वारा बाल पकड़कर खींचने का वीडियो सामने आया है।
कांग्रेस नेता का बाल खींचती नजर आई पुलिस
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस के प्रदर्शन कर रहे नेताओं को पुलिस हिरासत में ले रही है। इसी बीच श्रीनिवास को पुलिस बाल पकड़कर खींचती नजर आ रही है। इससे श्रीनिवास बेहद गुस्से में नजर आ रहे हैं और पुलिस वालों से बहस कर रहे हैं। इसके बाद उन्हें पकड़कर एक बस में डाल दिया जाता है, जिसमें पहले से ही कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद थे।
वीडियो देख सोशल मीडिया पर भड़क गये लोग
सोशल मीडिया पर श्रीनिवास का ये वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोग भड़क गये। जावेद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘याद दिला दूं ये वही आदमी है जिसने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किया बिना, बहुतों की जान बचाने में मदद की और आज दिल्ली पुलिस बाल खींच रही है।’
दीप शंखला ने लिखा कि ‘कांग्रेस के नेताओं के साथ ऐसा करने से भक्तों की अंधभक्ति और पक्की होती है। अमित शाह की पुलिस इसीलिए ऐसा करती है।’ आदित्य नाम के यूजर ने लिखा कि ‘श्रीनिवास कांग्रेस के सबसे एक्टिव कार्यकर्ताओं में से एक हैं लेकिन कांग्रेस आलाकमान इसको नजरअंदाज कर रही है. ऐसा न हो कि एक दिन सिंधिया की तरह ये भी बीजेपी में शामिल हो जाएं।’
देखिए वीडियो
विजय कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन पर लाठीचार्ज करके यहां से खदेड़ना चाहिए और सवाल करें तो बाबा रामदेव के वक्त इनकी पार्टी की सरकार द्वारा अपनाया गया तरीका याद दिलाना चाहिए।’ हेमेंद्र मालवीय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन्होंने कोई अपराध किया है जो दिल्ली पुलिस बाल पकड़ के खींच रही है? लोकतंत्र में शांति पूर्ण तरीके से विरोध भी अपराध इस देश में कब हो गया?’
बता दें कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये मोदी जी और अमित शाह जी की साजिश है कि विपक्ष को खत्म करना और हमारी आवाज बंद करना है। हम इससे डरने वाले नहीं है..हम लड़ते रहेंगे। इससे पहले कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया था कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हो रही केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ AICC की बैठक में फैसला लिया गया था कि राजघाट के सामने धरना-प्रदर्शन करेंगे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया।