कश्मीर में प्रवासी मजदूरों की हत्या को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत चैनल पर एक डिबेट के दौरान पैनलिस्ट मुस्कुराने लगे। इस पर शो की एंकर नाविका कुमार उनपर भड़क गईं। नाविका ने चिल्लाते हुए कहा कि ‘हिंदुस्तानी मर रहे हैं और आपको हंसी आ रही है?

नाविका कुमार ने पैनलिस्ट और कश्मीरी एक्टिविस्ट वकार भाटी पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘आपने इस मुद्दे का मखौल उड़ाकर रख दिया है। मैं चाहती हूं इनकी यह तस्वीर टीवी स्क्रीन पर दिखाई जाए। इस देश को इन जैसे लोगों की तस्वीर देखनी चाहिए, जिन्हें हिंदुस्तानियों के मरने पर हंसी आ रही है।’

नाविका कुमार की इस बात पर वकार भाटी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि ‘मैं इस घटना पर नहीं हंस रहा हूं बल्कि आप लोग जिस तरीके की बात कर रहे हैं, उसपर हंस रहा हूं।’ इसपर एंकर ने कहा, ‘आप इस बात पर हंस रहे हैं कि कश्मीर में मजदूर और स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर मारे जा रहे हैं? आप चाहते हैं कि हम पाकिस्तान से बात करें?’

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए नाविका ने कहा कि ‘आप जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। इस बात पर शर्म आती है कि आप राष्ट्रीय चैनल पर बैठकर कह रहे हैं कि पाकिस्तान से बात कर लो और जिन लोगों ने हमारे नागरिकों की हत्या की है उस पर आपको हंसी आ रही है।’ उन्होंने आगे हाथ जोड़ते हुए कहा कि, ‘मुझे आपको हिंदुस्तानी कहते हुए मेरी रूह कांप रही है।’

इसके जवाब में वकार भाटी ने कहा, ‘मैंने  यह कभी नहीं कहा कि मैं हिंदुस्तानी हूं…मैं जम्मू कश्मीर का रहने वाला हूं।’ इस पर एंकर ने उनसे कहा कि ‘जम्मू-कश्मीर भारत का ही हिस्सा है। अगर आपके पास पासपोर्ट हो तो थोड़ी ही दूरी पर पाकिस्तान का बॉर्डर है। आप वहीं पर चले जाइए। आपको अगर हिंदुस्तानी कहलाने में दिक्कत है तो आप मेरी सलाह मानकर पाकिस्तान के नागरिक बन जाइए।’

गौरतलब है कि कश्मीर में पिछले एक महीने के अंदर 11 नागरिकों की हत्या हुई है। आतंकी दूसरे राज्यों से आए लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसको लेकर विपक्षी पार्टियां नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रही हैं। वहीं, इन घटनाओं को लेकर जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि हमलावरों को कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि कश्मीर की स्थिति 90 के दशक वाली नहीं है।