मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन राम की शोभा यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई। इस खबर को रिपोर्ट करते हुए एक न्यूज़ वेबसाइट द्वारा दावा किया गया कि इस झड़प के दौरान बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) उपस्थित थे। इसी पर कटाक्ष करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट किया। जिस पर बीजेपी नेता ने पलटवार किया।
दिग्विजय सिंह ने कपिल मिश्रा का नाम लेते हुए लिखा कि जहां-जहां पाव पड़े कपिल मिश्रा के वहीं वहीं दंगा और फसाद। क्या इसकी जांच होगी? दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि कसाब को हिंदू बताने वाला फिर झूठ फैलाने लगा। मैं जहां था, वहां कोई दंगा नहीं हुआ। और हां जांच हुई तो हर दंगे में किसी जिहादी और उसके पीछे छुपा कोई कांग्रेसी ही सामने आएगा।
उन्होंने आगे लिखा कि खरगोन में जिहादियों ने पथराव किया और आगजनी की। दिग्विजय जैसे लोगों ने बचाने के लिए झूठ फैलाने लगे। कपिल मिश्रा और दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपने रिएक्शन दिए हैं। कुछ यूज़र ने कपिल मिश्रा का सपोर्ट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है तो वहीं कुछ लोगों ने दिग्विजय का साथ दिया है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं : अभिनव खरे नाम के एक ट्विटर यूजर ने दिग्विजय सिंह पर कम तंज कसते हुए कमेंट किया कि कपिल मिश्रा ने ही पिछले 100 वर्ष से पूरे भारत में योजनाबद्ध शैली से मुस्लिम दंगाइयों को पहले से ही भर में पत्थर और हथियार रखने को बोला हुआ है। इसीलिए 100 वर्ष से भारत भर में रामनवमी यात्राओं पर हमले किए जा रहे हैं। 1921 मोपला, डायरेक्ट एक्शन डे भी कपिल ने कराया था।
अशोक तिवारी नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि कसाब साहब, ओसामा जी और आरएसएस हिंदुत्व आतंकवाद का नाम दिग्विजय सिंह ने ही दिया था। मनवीर सिंह ने कमेंट किया कि धार्मिक आधार पर बीजेपी लोगों को बांट कर अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रही है। आप जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को इसके खिलाफ आंदोलन करना चाहिए।