मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडियाकर्मियों पर भड़कते हुए नजर आ रहे हैं। ग्वालियर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने जब बुजुर्ग नेताओं को लेकर सवाल पूछा गया तो वह भड़क और पत्रकार से उलझ गए। दरअसल पत्रकार ने उनसे पूछा था कि क्या जो बुजुर्ग नेता 75 साल के हो चुके हैं उनके चेहरों पर आप चुनाव जीत लेंगे! यह सवाल सुनते ही दिग्विजय सिंह ने आप खो दिया।

क्यों भड़के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता?

पत्रकार ने दिग्विजय सिंह से सवाल पूछा कि पार्टी के कई युवा नेता नाराज चल रहे हैं क्योंकि उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा है, तो क्या कांग्रेस 75 साल नेताओं के चेहरे पर चुनाव जीत पायेगी? यह सवाल सुनते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भड़क गये। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह क्या बैसाखी पर चल रहा है? भाजपा के सीएम चेहरा शिवराज सिंह चौहान की उम्र क्या है? नरेंद्र मोदी की उम्र क्या है? इस पर एक अन्य पत्रकार ने पूछा कि मीडिया के सवालों से कांग्रेस भड़कती क्यों है?

पत्रकार और दिग्विजय सिंह के बीच हई बहस

दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आपने कभी सवाल पूछा है क्या? मोदी जी ने देश में कभी एक भी प्रेस कांफ्रेंस की है क्या? इस पत्रकारों ने कहा कि जब वह ग्वालियर में आयेंगे तो हम जरूर उनसे सवाल पूछेंगे। दिग्विजय सिंह और पत्रकारों के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में राहुल गांधी ने मीडिया का अपमान किया और अब दिग्विजय सिंह ने कर दिया है। ऐसा नहीं है कि ये अभी कर रहे हैं। इमरजेंसी से लेकर अभी तक कांग्रेस के लोग मीडिया का अपमान करते आये हैं। कांग्रेस हमेशा से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान करती आई है। नरेंद्र सालुजा ने लिखा कि अब दिग्विजय सिंह जी ग्वालियर में उम्र के सवाल पर मीडिया पर भड़के, पता नहीं कांग्रेस को मीडिया के सवालो से क्या तकलीफ़ है।

नवीन नायक नाम के यूजर ने लिखा कि एक दिन पहले राहुल गांधी का प्रेस मीडिया के सवाल पर आक्रोशित होना और आज ग्वालियर में कांग्रेस के वरिस्ट लीडर दिग्विजय सिंह का एक सवाल पर ऐसे आवेश में आना क्या दिखाता है? क्या यह सही है? एक यूजर ने लिखा कि कुछ पत्रकारों का बहिष्कार किया भी जाना चाहिए लेकिन पत्रकारों से अधिक और अपमानजनक टिप्पणी करना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।