उत्तर प्रदेश में इन दिनों राम के नाम की चर्चा जोरों पर है। हर राजनीतिक पार्टी राम के नाम के जरिए अपना स्वार्थ साधने में लगी हुई हैं। न्यूज़ 18 इंडिया चैनल पर हो रही चर्चा के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और एआईएमआईएम पार्टी के प्रवक्ता एक दूसरे पर छींटाकशी करते नजर आए।
डिबेट के दौरान एंकर ने बीजेपी प्रवक्ता से पूछा कि क्या उनकी पार्टी राम के नाम पर तुष्टिकरण कर रही है। संबित पात्रा ने इसे जश्ने परिवर्तन कहा। उन्होंने कहा, कभी राम भक्त टीका लगाने से भी डरते थे। एक खास किस्म की टोपी लगाकर खुद का प्रचार करते थे। आज वही लोग यूपी में जय श्रीराम का नारा लगा रहे हैं।
संबित पात्रा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्टूबर 2016 में लखनऊ के रामलीला मैदान में जय श्रीराम के नारे लगाए थे। जिसके बाद कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस करके इसे कम्युनल बताया था। पात्रा ने कहा कि राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने उस समय कहा था कि पीएम को इस तरह के संप्रदायिकता वाले भाषण नहीं देना चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि 70 वर्षों तक देश में हज यात्रा चलाई जा रही थी। अब टीवी पर बैठकर कांग्रेस कह रही है कि हमें यह सब पसंद नहीं है। बीजेपी की बातों पर वारिस पठान ने कहा कि समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
पठान ने कहा कि इतने वर्षों में तथाकथित सेकुलर पार्टियों ने एक धर्म के लोगों का किस तरह से तुष्टीकरण किया है। रमजान के समय नेता टोपी लगाकर इफ्तारी में बैठ जाते हैं और फिर बाद में जनता को टोपी पहना कर चले जाते हैं। पठान ने कहा कि आज भी कई रिपोर्ट यह बताती हैं कि मुस्लिम समाज बहुत पिछड़ा हुआ है।
पठान ने कहा कि बीजेपी अयोध्या में 12 लाख दीये प्रज्जवलित करके वर्ल्ड रिकॉर्ड वाली दिवाली मना रही है। इस देश में कोरोना की त्रासदी में हजारों लोगों की जानें चली गई उनके लिए सरकार ने क्या किया?