समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। हाल में ही अखिलेश ने बीजेपी सांसद पर कटाक्ष किया तो सुब्रत पाठक ने पलटवार किया था। इस बीच सुब्रत पाठक ने सोशल मीडिया पर अखिलेश पर फिर से निशाना साधा है। जिस पर लोग तरह – तरह के कमेंट कर रहे हैं।
अखिलेश यादव पर सुब्रत पाठक ने साधा निशाना
सुब्रत पाठक ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “समाजवादी मीडिया सेल के द्वारा मेरे ऊपर जिस प्रकार से अमर्यादित टिप्पणी हो रही हैं, उस कारण से मुझे स्वर्गीय श्री मुलायम सिंह जी के जाने का बहुत दुख है कि उनके जाते ही उनकी बनाई पार्टी की नैतिकता और मर्यादा न्यूनता में चली गई है।” सुब्रत पाठक के ट्वीट पर कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया है तो वहीं कुछ लोगों ने कटाक्ष करते हुए कमेंट किया है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
अखलाक अहमद नाम के एक यूजर ने लिखा, “महोदय पहले अपने गिरेबान में झांककर देखिए, यह बात आप सभी बीजेपी के लोगों पर भी अपलाई होती है जिस तरह से अटल विहारी वाजपेयी जी के जाने के बाद भाजपा के लोग अपनी मर्यादा भूल चुके हैं और जब बात अपने पर आती है तो रोना रोने लगते है।” @MayankYadavAdv नाम के ट्विटर एकाउंट से लिखा गया कि जो आपने अखिलेश के ऊपर न्यूनतम स्तर की व्यक्तिगत टिप्पणी की है, वो क्या है? क्या अटल बिहारी बाजपेई ने यही संस्कार दिए हैं तुम भाजपाइयों को।
रवि कुमार नाम के ट्विटर यूजर द्वारा कमेंट किया गया की सपाई गुंडे मैनपुरी जीतकर घमंड में उछल रहे हैं लेकिन इन्हें यह नहीं पता है कि कन्नौज की धरती अब पाठक की धरती है। अखिलेश अब कन्नौज आने के भूल नहीं करेंगे। हेमंत नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया, “जब तक आदरणीय नेताजी जीवित थे, तब तक आप की पार्टी के लोग उन्हें अपमानित करते थे, अखिलेश यादव को अपमानित करते थे लेकिन तब आपने विरोध नहीं किया लेकिन जब बात अपनी पर आई है तो नेताजी को याद करने लगे हो।”
जानकारी के लिए बता दें कि अखिलेश यादव ने सुब्रत पाठक पर कहा था, “वह मुंह में खैनी भरे रहते हैं। उन्हें खैनी खाना छोड़ देना चाहिए।” अखिलेश यादव के बयान पर सुब्रत पाठक ने ट्वीट के जरिए पलटवार किया। उन्होंने कहा था कि अच्छा हो कि अखिलेश यादव वोदका पीना छोड़ दें ताकि उनकी बुद्धि ठीक रहे। सुब्रत पाठक के ट्वीट करने के बाद से सपा समर्थक और सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातर हमला बोला जा रहा था।
