तवांग में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों (Indian Army and Chinese soldiers in Tawang) के बीच हुई झड़प पर जमकर राजनीति हो रही है। संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग हो रही है। इसी बीच चीन के साथ रिश्तों को लेकर सरकार पर तंज भी कसे जा रहे हैं। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister and Aam Aadmi Party founder Arvind Kejriwal) ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार बंद क्यों नहीं कर देते? सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट कर लिखा है कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? चीन से आयात की जाने वाली अधिकतर वस्तुयें भारत में बनती हैं। इस से चीन को सबक़ मिलेगा और भारत में रोज़गार! दिल्ली सीएम के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@Sunitkrsrivasta यूजर ने लिखा कि ऐसा 1 दिन में नहीं होता इसके लिए प्रॉपर प्लानिंग करनी होती है, व्यापार बंद करते हैं लाखों लोग भारत में बेरोजगार हो जाएंगे। @Rana_chahal_ यूजर ने लिखा कि अगर चीन से निर्यात की जाने वाली अधिकतर वस्तुएं भारत में बनती हैं तो आपने दिल्ली में 1.4 लाख से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चीनी सरकार की कंपनी हिकविजन के क्यों लगवा दिए? @VikasGoelAAP यूजर ने लिखा कि कुछ मोबाइल एप्लीकेशन बंद करने से कुछ नही होगा अगर बंद करना है तो चीन से व्यापार बंद करो।
@minakshi_25 यूजर ने लिखा कि दिल्ली के जिस भी प्रसिद्ध बाजार में जाओ, वो चाहे सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, चांदनी चौक हो या लक्ष्मी नगर सभी जगहों चाइनीज सामान की भरमार मिलेगी, त्यौहारों पर तो इन सामानों की तादाद और बढ़ जाती है तो सरजी शुरुआत अपनी सल्तनत से कीजिये। @pinky_hind यूजर ने लिखा कि अरे महराज पहले ये बताइए कि आज तक कभी विपक्ष पाकिस्तान या चीन के खिलाफ कभी भी सरकार का समर्थन किया है। वैसे आप भी तो सबूत मांगने लगते हैं।
बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग क्षेत्र में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प की जानकारी देते हुए लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बताया कि भारतीय सेना ने बहादुरी से PLA को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें उनकी केंद्र पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि इस झड़प में भारतीय सेना (Indian Army) का एक भी जवाब शहीद नहीं हुआ और ना ही गंभीर रूप से घायल है।