यूपी में विधान भवन के सामने बुधवार को 97 हजार शिक्षकों की नई भर्ती को लेकर घेराव किया था। इस दौरान एक तस्वीर सामने आई जिसमें यूपी पुलिस एक अभ्यर्थी का गला दबा रही है। इसी तस्वीर को शेयर करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव व कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
सपा प्रमुख ने लिखा कि निर्दई भाजपा सरकार की इन काउंटर संस्कृति ने कुछ पुलिसवालों को बेरहम बना दिया है। शिक्षक भर्ती के प्रदर्शनकारियों की गर्दन पर हाथ डालने वाले प्रशासन को उत्तर प्रदेश के बेरोजगार युवा 2022 में जवाब देंगे। उत्तर प्रदेश के हर एक पुलिस वाले को फिर से संवेदनशील बनाना भविष्य के लिए बड़ी चुनौती है। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि गला दबाकर नौकरी देती उत्तर प्रदेश की सरकार।
यूजर्स के कमेंट : इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर आम यूजर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते नजर आ रहे हैं। दीपक शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि छात्र की गर्दन पकड़कर उसे मसलते हुए खाकी वर्दी का जौहर दिखाते व्यक्ति का नाम, ठाकुर अखिलेश सिंह है। सिंह साहब फिलहाल सीओ के पद पर तैनात हैं। जाहिर सी बात है उन पर ना कोई कार्रवाई हुई, न कोई स्पष्टीकरण देने की जरूरत है।
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह लिखते हैं कि कुछ तस्वीरें मुख्यमंत्रियों का पीछा नहीं छोड़ती। यह उनमें से एक है। योगी आदित्यनाथ जी इस के मामले में नहीं समझेंगे क्योंकि उनके नाम पर 2017 का चुनाव नहीं लड़ा गया था, उन्हें तो बस तोहफे में कुर्सी मिली है। यह अहंकार सिस्टम की रग-रग में भर दिया है भाजपा सरकार ने। अंशुल यादव नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि यही छात्र बाबा को मठ पहुंचाएंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि सहायक शिक्षकों के 97000 पदों पर नई भर्ती विज्ञापन जारी किए जाने की मांग को लेकर डीएलएड डीएलएड प्रशिक्षु समेत बीटीसी, बीएड प्रशिक्षु आंदोलन कर रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से डीएलएड प्रशिक्षु लखनऊ के ईको गार्डन में धरने पर बैठे हैं। इससे पहले भी या सभी कई बार बेसिक शिक्षा निदेशालय, शिक्षा मंत्री आवास व भाजपा कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं।