यूपी की सियासत में मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा- मैं तो कहूंगा कि वो दोबारा किताबें पढ़ लें। इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कटाक्ष करते हुए सवाल किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जिन्ना के प्रति प्रेम अभी भी अटूट है, अखिलेश यादव जी किताब हिंदुस्तान की पढ़नी हैं या पाकिस्तान की?

अखिलेश यादव ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर हरदोई की एक जनसभा में कहा था कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की। ये सभी आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे। चुनाव लड़ने के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी। उन्होंने कहा कि एक बार जब इस सवाल का जवाब दे देंगे तो अगला जवाब होगा कि किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे?

लखनऊ हवाई अड्डे पर प्रियंका गांधी और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की मुलाकात के सवाल को नजर अंदाज करते हुए यादव ने कहा कि अगर हम किसी से किसी रेस्टोरेंट में मिलें तो इसका क्या मतलब है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात पर उन्होंने कहा कि सुभासपा प्रमुख हमारे सहयोगी हैं। अभी तक इसकी जानकारी नहीं है।

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सबसे खराब बताते हुए अखिलेश ने कहा कि यहां हिरासत में होने वाली मौतें सबसे ज्‍यादा हैं। मानवाधिकार आयोग ने सबसे ज्यादा नोटिस उत्तर प्रदेश को भेजे हैं। इटावा में जेल के उद्घाटन करने पर तंज करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार मेट्रो का एक स्टेशन नहीं बना पाई है। मुख्यमंत्री जी जिस जेल का इटावा में उद्घाटन करने जा रहे हैं, वह सपा के ही काम का उद्घाटन करेंगे। भाजपा ने अभी तक कोई नया काम नहीं किया है।

उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए सवाल किया कि राज्य में कितनी फैक्टरियां लगाई गईं और लाखों करोड़ के एमओयू होने के बाद कितने लोगों को रोजगार मिला है? उन्होंने कहा कि भाजपा का एक ही काम है बड़े पैमाने पर पैसे बांटकर वोट खरीदना। सपा प्रमुख ने कहा कि सत्ता में आने पर वह कन्नौज में पृथ्वीराज चौहान की मूर्ति लगाएंगे। उनका संग्रहालय भी बनेगा।