समाजवादी पार्टी के नेता आई पी सिंह ने फिल्म अभिनेता व बीजेपी सांसद सनी देओल की पुरानी फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ का एक सीन शेयर करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या भाजपाई हिंदुओं का अपमान कर सकते हैं? आई पी सिंह द्वारा शेयर किए गए वीडियो पर आम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी रिएक्शन दिए हैं।

सपा नेता ने लिखी यह बात : आई पी सिंह द्वारा शेयर किए गए फिल्म के सीन में भगवान शिव का किरदार निभा रहे अभिनेता गाली देते हुए दिखाई दे रहें हैं। इस वीडियो के साथ सपा नेता ने लिखा, ‘देवों के देव महादेव का ऐसा अपमान देखकर मेरी भावनाएं आहत हो गई हैं। क्या मेरे निवेदन पर यूपी पुलिस भाजपा सांसद सनी देओल को ऐसी शर्मनाक फिल्म बनाने के लिए गिरफ्तार करेगी? या अब मुंह में दही जम जाएगा सबके? क्या भाजपाइयों को हिंदू धर्म का मजाक बनाने की छूट मिली हुई है?’

लोगों के रिएक्शन : एक अन्य सोशल मीडिया हैंडल से लिखा गया कि यूपी पुलिस इस सीन को देखकर हमारा सर शर्म से झुक गया, हम भारतीय की भावनाएं आहत हुई हैं। अगर देश का कानून सबके लिए बराबर है तो शंकर जी का एक ऐसा अपमान करने वाले फिल्मकार, एक्टर और सभी संबंधित के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेजना चाहिए। शाहिद नाम के एक यूजर लिखते हैं कि मुसलमान थोड़ी हैं, जो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

कंट्रोवर्शियल मुद्दे पर बनी थी यह फिल्म : इस फिल्म का ट्रेलर आने के बाद ही लोगों ने हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए फिल्म के अभिनेता और अभिनेत्री समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें पुलिस ने सनी देओल, साक्षी तंवर, रवि किशन और छह अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। ‘मोहल्ला अस्सी’ फिल्म के ट्रेलर आने के बाद से ही यह फिल्म लगातार विवादों में रही थी। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने भी फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी थी।

सपा नेता द्वारा शेयर किये गए वीडियो का स्क्रीनशॉट।

2 साल बाद हुई थी रिलीज : 2 सालों तक सेंसर बोर्ड ने इस पर रोक लगा रखी थी। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद भी हंगामा कम नहीं हुआ था। जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ में कलाकारों के मुंह से एक के बाद एक कई सींस में गाली सुनने को मिली थी। इस फिल्म के कई दृश्य में भगवान शिव के किरदार के मुख से भी गाली देते हुए दिखाया गया था। गौरतलब है कि यह फिल्म बनारस के अस्सी घाट को लेकर बनाई गई थी।

जानकारी के लिए बता दें कि ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर को दो हजार अट्ठारह के एक ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि ज़ुबैर लोकप्रियता हासिल करने के लिए धार्मिक समूह के खिलाफ जानबूझकर टिप्पणियां करता था।