एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपने एक संबोधन के दौरान समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने गोरखपुर में व्यापारी मनीष गुप्ता के हत्या के मामले पर कहा कि अखिलेश यादव उनके परिवार से मिलने चले जाते हैं लेकिन फ़ैसल के घर कोई नहीं गया। उनको लगता है कि मुसलमान उनके कैदी हैं।
जनसभा में ओवैसी ने कहा, समाजवादी पार्टी हम पर यूपी से चुनाव लड़ने को लेकर तमाम प्रकार के आरोप लगा रही है। लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्नाव के फ़ैसल को कोई जानता है? जो सब्जी बेचता था और जिसको उत्तर प्रदेश पुलिस ने थाना ले जाकर खूब पीटा…..वह मर गया। उस फ़ैसल के परिवार के पास कोई नहीं जाता है।
उन्होंने कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई हत्या को लेकर कहा कि बाबा योगी आदित्यनाथ के शहर में एक व्यापारी की हत्या होती है तो मुख्यमंत्री भी चले जाते हैं…अखिलेश यादव जी उनके परिवार से मिलने जाते हैं और उसके साथ ही गुप्ता परिवार को 21 लाख का चेक देकर आते हैं। लेकिन फ़ैसल के जान की कोई कीमत नहीं है। क्योंकि समाजवादी पार्टी जानती है कि मुसलमान कहीं नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि, सपा क्या समझती है कि मुसलमान उसके कैदी हैं। उनमें सोचने और समझने की तमीज़ नहीं है। इन्होंने मुसलमानों के दिमाग में यह बात डाल दी है कि पैदा होने के बाद उन्हें सिर्फ वोट डालना है लेकिन नेता नहीं बनना है। गौरतलब है कि उन्नाव में फैसल नाम के एक सब्जी बेचने वाले युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। उस समय भी ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा था।
असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया है कि आने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं उनके फैसले पर अन्य पार्टियों का कहना है कि ओवैसी बीजेपी की टीम बी हैं और उनके आने से अन्य पार्टियों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा।