उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। सपा गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी सीट तक नहीं बचा पाए। वहीं दूसरी तरफ सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर का कहना है कि उन्हें तो पहले चरण के बाद ही आभास हो गया था कि सपा गठबंधन चुनाव हार रहा है।

सपा की हर पर क्या बोले ओपी राजभर?: एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में जब ओपी राजभर से सवाल पूछा गया कि क्या आप अतिआत्मविश्वास में नहीं थे, आप तो योगी जी से भीख मंगवाने की बात कर रहे थे, क्या आपके बयान उलटे नहीं पड़ गये? इस पर ओपी राजभर ने कहा कि “हमारे बयान उलटे नहीं पड़े, चुनाव से पहले बहुत से बयान दिए जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि साइकिल पर बम, बुलडोजर, हिन्दू-मुसलमान, आदि।” राजभर ने कहा कि “अशिक्षित लोगों को जब हम शिक्षा की बात समझाते हैं, स्वास्थ्य की बात समझाते हैं, रोजगार की बात समझाते हैं तो उसका ध्यान अपने काम पर लगा रहता है।”  

पीएम मोदी को यूपी का सीएम भी बना देना चाहिए”: ओपी राजभर का कहना है कि समाजवादी पार्टी को हारने में मायावती का रोल रहा है। उनके अनुसार, बीजेपी को जिताने के लिए मायावती खुद चुनाव हार गईं। ओपी राजभर ने कहा कि “बसपा के प्रत्याशियों की लिस्ट गृह मंत्री अमित शाह के घर में तैयार की जाती थी और फिर उन्हें सिंबल बसपा के कार्यालय में मिलता था।” राजभर ने कहा कि “मोदी जी ऐसे प्रधानमंत्री है जो बनारस की गली-गली में वोट मांग रहे हैं और जिलेवार रैली कर रहे हैं। क्या बीजेपी के पास कोई चेहरा नहीं है जिसे दिखाकर वोट मांग सकें? उन्हें प्रधानमंत्री के साथ ही यूपी का सीएम भी बना देना चाहिए।”

क्या बीजेपी में फिर शामिल होने राजभर?: ओपी राजभर से पूछा गया कि क्या चुनाव के बाद भी सपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा? इस पर ओपी राजभर ने कहा कि “जहां पिछड़ों का हक लूटा जा रहा हो या पिछड़ों और दलितों का हिस्सा मारा जा रहा हो, बच्चों को पढ़ने-लिखने से वंचित किया जा रहा हो, ऐसी जगहों को ओपी राजभर छोड़कर आया था। वहां हम किस मुंह से जाएंगे? जो लोग मेरे साथ हैं वे सवाल पूछेंगे कि क्यों जा रहे हो, सत्ता के लालची हो क्या? अगर मैं सत्ता का लालची होता तो बीजेपी को छोड़ता ही नहीं।”

बता दें कि ओपी राजभर यूपी की पूर्व भाजपा सरकार में मंत्री थे। हालांकि बीच में ही उन्होंने सरकार से अलग होने का फैसला किया और भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था। इसके बसद 2022 विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन कर लड़ा और छः सीटों पर जीत दर्ज की है। चुनाव के दौरान ओपी राजभर ‘चल सन्यासी मंदिर में, भीख मंगवाऊंगा’ जैसे बयानों को लेकर खूब सुर्खियों में रहे।