कांग्रेस का चिंतन शिविर हो जाने के बाद भी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है और कुछ नेता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ आचार्य प्रमोद कृष्णम भी खुलकर नहीं लेकिन इशारों-इशारों में बहुत कुछ कह रहे हैं। यही वजह है कि कुछ लोग उन्हें अब बागी भी कह रहे हैं।

पत्रकार नदीम ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को लेकर ट्वीट किया कि ‘कांग्रेस में अब आचार्य प्रमोद कृष्णम महाराज भी बागी होने की ओर बढ़ रहे हैं।’ इस पर जवाब देते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा कि ‘सियासत में सच बोलना “बग़ावत” है क्या..?’ वहीं अंसार रजा ने कांग्रेस नेतृत्व से आचार्य प्रमोद कृष्णम को राज्यसभा भेजने की बात कही तो आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस पर भी जवाब दिया है।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्विटर पर लिखा कि ‘राज्यसभा जाने के लिये भाजपा या “सपा” का “दलाल” होने के साथ साथ गूंगा होना जरूरी है, जो मैं हूं नहीं, दूसरे हिंदू धर्म गुरु होना सबसे बड़ा माइंनस प्वाइंट है,अब इतने सारे “अवगुणों” के होते हुए मुझे वहां कौन भेजेगा।’ आचार्य प्रमोद के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

तरुण चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘शर्म करो अब तो गुरु जी। अभी भी आपके मन में राज्यसभा जाने की इच्छा है। आपको तो कांग्रेस वाले ही कुछ नहीं समझते, राज्यसभा कौन भेजेगा।’ अमित अग्रवाल ने लिखा कि ‘हिंदू धर्म गुरु अगर माइनस प्वाइंट है तो ये कांग्रेस की ही मानसिकता को दर्शाता है कि वो हिंदू विरोधी हैं। आप कांग्रेस के वरिष्ठ और वफादार नेता है। आपको राज्यसभा में भेजना कांग्रेस का कर्तव्य है। आपने साबित कर दिया की कांग्रेस हिंदूओं के खिलाफ है।’

अरविंद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जिस जगह आपके इष्ट का अपमान हो, वहां एक सच्चे संत को न तो जाना चाहिए और न ही वहां रहना चाहिए। यदि आप में यह गुण नहीं है तो आप सच्चे संत भी नहीं हैं।’ पंकज नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बाबा अगर बीजेपी में होते तो सासंद जरूर होते, हो सकता है मंत्री भी बन जाते।’ संतोष नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सपने देखना बंद कर दो l सत्ता सुख मिलने वाला नहीं l’ रोहित राठौर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे आचार्य जी गांधी खानदान के खिलाफ अगर एक शब्द भी बोला तो वो बगावत ही है। आप एक बार कांग्रेस से अलग होकर तो देखिए आप में कांग्रेसी इतनी कमियां निकाल देंगे, जितनी बीजेपी वाले नहीं जानते हैं।’

बता दें कि आचार्य प्रमोद ने अपनी ही पार्टी के नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया था कि ”शिवलिंग को तमाशा बताओगे तो ताण्डव तो होगा प्रभु।” अशोक गहलोत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि “अब वो वाराणसी में नया तमाशा करेंगे, इसकी शुरुआत न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर भी हो गई है।”