15 राज्यों में 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होंगे। ऐसे में राजनीतिक दलों की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा का दौर जारी है। वहीं गरीब नवाज फाउंडेशन के चेयरमैन मौलाना अंसार रजा ने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को राज्यसभा भेजा जाये। इस मांग पर दिग्गज कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद का दर्द छलका है।
दरअसल एक ट्वीट में अंसार रजा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग करते हुए लिखा, “भाजपा कांग्रेस और गांधी परिवार को हिंदू विरोधी साबित करने में जुटी है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान को पार्टी के पुराने वफ़ादार इकलौते हिंदू धर्म गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम को राज्यसभा भेज कर भाजपा को मुंहतोड़ जबाब देना चाहिये।”
इसपर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जवाब देते हुए लिखा, “राज्यसभा जाने के लिये भाजपा या “सपा” का “दलाल” होने के साथ साथ गूंगा होना ज़रूरी है। जो मैं नहीं हूं। इसपर हिंदू धर्म गुरु होना सबसे बड़ा माइंनस प्वाइंट है। अब इतने सारे “अवगुणों” के होते हुए मुझे वहां(राज्यसभा) कौन भेजेगा?”

इसके आगे अंसार रजा ने पूछा, “तो क्या ये समझा जाय कि कांग्रेस को धर्म गुरुओं से एलर्जी है?” इसका जवाब देते हुए आचार्य ने लिखा, “कुछ नेताओं को “हिंदू” शब्द से भी नफ़रत है तो हिन्दू “धर्म गुरुओं” से मुहब्बत कैसे होगी हुज़ूर?”
बता दें कि आचार्य प्रमोद अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं। वो अक्सर ट्विटर पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कांग्रेस को नसीहत भी देते रहते हैं। बीते दिन उन्होंने एक ट्वीट में अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा था। दरअसल राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले कई कांग्रेस विधायकों के बागी तेवर देखे जा रहे हैं।
ऐसे में आचार्य प्रमोद ने अशोक गहलोत के एक पुराने बयान को लेकर तंज कसा था, “शिवलिंग को “तमाशा” बताओगे तो “ताण्डव” तो होगा प्रभु।” इस ट्वीट में उन्होंने सीएम अशोक गहलोत और उनकी सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना को टैग किया था।
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हुए सर्वे के दौरान शिवलिंग के दावे पर सीएम अशोक गहलोत ने ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे को लेकर देश में एक नया तमाशा शुरू करने का आरोप लगाया था। उन्होंने भाजपा को लेकर कहा था, “अब वो वाराणसी में नया तमाशा करेंगे, इसकी शुरुआत न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर भी हो गई है।” माना जा रहा है कि आचार्य प्रमोद ने इसी को लेकर तंज कसा है।