गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल एक रिक्शा चालक के घर जाने के लिए पुलिसकर्मियों से भिड़ते नजर आये थे। सीएम केजरीवाल की यह यात्रा काफी चर्चाओं में थी। एक तरफ जहां सुरक्षा की दृष्टी से पुलिसकर्मी केजरीवाल को रिक्शा में जाने से रोक रहे थे तो वहीं सीएम केजरीवाल का कहना था कि मैं सुरक्षा थोड़ी मांग रहा हूं, मुझे नहीं चाहिए आपकी सुरक्षा! इस पर जब AAP राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा से सवाल पूछा तो आगे पढ़िए क्या जवाब मिला!
AAJ TAK को दिए एक इंटरव्यू में जब राघव चड्ढा से केजरीवाल के दो वीडियो दिखाए और पूछा गया कि कंफ्यूजन है, सिक्योरिटी चाहिए या नहीं चाहिए? एक वीडियो में अरविंद केजरीवाल गुजरात पुलिस से कह रहे हैं कि मुझे कोई सुरक्षा नहीं चाहिए, ले जाइए आप अपनी सुरक्षा! आपने हमें कैद कर रखा है। आप मुझे जबरदस्ती सुरक्षा दे रहे हैं। वहीं दूसरे वीडियो में अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा में कह रहे हैं कि अगर एक मुख्यमंत्री की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं तो प्रधानमंत्री इस्तीफा दे दें!
अरविंद केजरीवाल के ये दोनों बयान सुनाकर जब राघव चड्ढा से सवाल पूछा कि अरविंद केजरीवाल कंफ्यूज लग रहे हैं कि सुरक्षा चाहिए या नहीं चाहिए। इस पर राघव चड्ढा कहते हैं कि सीएम के बयान को सही परिपेक्ष्य में देखना होगा। गुजरात में अरविंद केजरीवाल जी एक ऑटो चालक के बुलावे पर खाना खाने गए। जब वो खाना खाने जा रहे थे तो भाजपा की पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उन्हें लगा कि ऑटो वालों का वोट आप को चला जायेगा।
राघव चड्ढा ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के ऑटो चालकों का दिल जीत लिया। कोरोना में उन्हें 5-5 हजार की मदद पहुंचाई। आम आदमी पार्टी उनका खयाल रखती है। कहीं गुजरात के ऑटो वालों का समर्थन AAP को ना मिल जाए, इससे वह घबराए हुए हैं। इस पर उनसे पूछा गया कि सुरक्षा तो मिलेगी ही ना? इस पर उन्होंने कहा कि बात सुरक्षा की नहीं है। बात एक चुने हुए मुख्यमंत्री को एक गरीब के घर जाने से रोकने के लिए पुलिस के इस्तेमाल की है। अगर गुजरात भाजपा के नेता रिक्शा चालकों से बात किए होते, मिले होते, सम्मान दिया होता तो शायद केजरीवाल को उनके घर जाने की जरूरत न पड़ती।
बता दें कि आम आदमी पार्टी गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ रही है। पंजाब के बाद केजरीवाल पूरी ताकत के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव में उतर रहे हैं और सीधे भाजपा को चुनौती दे रहे हैं। आप की तरफ से कहा जा रहा है कि हम गुजरात में दारू पर लगे बैन को नहीं हटाएंगे। कांग्रेस को वोट देना ही बेकार है जबकि भाजपा के शासन से जनता परेशान हो चुकी है। AAP नेताओं का दावा है कि आने वाले समय में गुजरात में AAP सरकार बनाने वाली है।