राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंची। राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी यह पहली गुजरात यात्रा थी। साबरमती आश्रम पहुंचकर उन्होंने महात्मा गांधी को पुष्पांजलि भी अर्पित की। इसके बाद राष्ट्रपति ने गुजरात विश्वविद्यालय द्वारा महिला उद्यमियों के लिए बनाए एक स्टार्टअप मंच की शुरुआत की। राष्ट्रपति मुर्मू ने गांधीनगर में एक समारोह में 1,330 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
क्या बोलीं राष्ट्रपति?
राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि लोग अपने कठिन परिश्रम, समर्पण और समाज सेवा को लेकर दुनियाभर में जाने जाते हैं। भारत दुग्ध उत्पादन एवं उपभोग की दृष्टि से पहले नंबर पर है। गुजरात में दुग्ध सहकारी संगठनों द्वारा लायी गयी श्वेत क्रांति इसमें एक अहम भूमिका निभाती है।
“पूरा देश गुजरात का नमक खाता है”
राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात में देश का नमक बनाया जाता है। ये भी कहा जा सकता है कि सभी देशवासी गुजरात का नमक खाते हैं। औद्योगिक विकास के साथ ही साथ गुजरात में पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी जा रही है, इसके लिए मैं राज्य सरकार और सभी स्टेक होल्डर्स को बधाई देती हूं। बताया गया है कि देश में सबसे अधिक सोलर पॉवर जनरेशन गुजरात में हो रहा है। विंड एनर्जी प्रोडक्शन में भी गुजरात का स्थान अग्रणी राज्यों में हैं।
पीएम मोदी को लेकर क्या बोलीं राष्ट्रपति?
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री के तौर पर 12 वर्षों तक गुजरात की प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करते हुए गुजरात मॉडल का स्वरूप प्रदान किया है। आज पूरे देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान करते हुए भारत के समग्र विकास का आयाम प्रदान कर रहे हैं। वे गुजरात के प्रगतिशील और समावेश संस्कृति के आदर्श भी हैं।
साबरमती आश्रम परिसर में पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महात्मा गांधी के आवास ‘हृदयकुंज’ का भी दौरा किया। कई कार्यक्रमों में शामिल होने के अलावा राष्ट्रपति नर्मदा जिले में एक मेडिकल कालेज की आधारशिला रखी है। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा है कि, “540 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक अस्पताल नर्मदा जिले के लोगों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने में सुविधा प्रदान करेगा, जहां 85 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय से है।”