अमेरिकी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक (Facebook Inc.) आने वाले समय में खुद को रीब्रांड कर सकता है। वह इस क्रम में अपना नाम तक बदल सकता है, जिसका ऐलान जल्द ही कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग कर सकते हैं। “theverge.com” की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के नाम में होने वाले फेरबदल के बारे में जकरबर्ग 28 अक्टूबर को कंपनी के वार्षिक कनेक्ट सम्मेलन में बात करने की योजना बना रहे हैं। कहा जा रहा है कि फेसबुक यह पूरी योजना मेटावर्स (एक नई ऑनलाइन दुनिया जहां लोग मौजूद हैं और साझा वर्चुअल स्पेस में संवाद करते हैं) पर जोर देने के लिए बना रहा है।
रविवार को एफबी ने ऐलान किया कि वह वर्चुअल (आभासी) दुनिया बनाने के लिए अगले पांच साल में यूरोपीय संघ (ईयू) में 10,000 लोगों को नियुक्त करने की योजना बना रही है। कंपनी ने इससे पहले सितंबर में मेटावर्स बनाने के लिए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर्स का वचन दिया था, जहां Roblox Corp और “Fortnite” बनाने वाली एपिक गेम्स जैसी कंपनियां शुरुआती पायदान पर हैं।
क्या है Metaverse?: माना जाता है कि यह शब्द नील स्टीफेंसन ने अपने 1992 के उपन्यास ‘स्नो क्रैश’ में गढ़ा था। उन्होंने इसे एक आभासी दुनिया के रूप में संदर्भित किया था, जहां लोग अपने अवतारों का उपयोग करके एक दूसरे के साथ बातचीत करते हैं। इसे इंटरनेट के विकास में अगले चरण के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें नए बुनियादी ढांचे और रीयल-टाइम थ्री डी दुनिया बनाना शामिल है। तो, क्या लोग सामान्य के बजाय साइबर लंच या डिनर के लिए जाएंगे? खैर, फेसबुक इसे हकीकत बनाने की कोशिश कर रहा है।
क्या सच में नया कॉन्सेप्ट है?: नहीं। कम से कम गेमिंग के शौकीनों के लिए तो यह नहीं है। फोर्टनाइट और रेडी प्लेयर वन ऐसे उत्पादों के उदाहरण हैं, जो खिलाड़ी को एक आभासी दुनिया में ले जाते हैं। जिस तरह से फेसबुक इसकी कल्पना कर रहा है, आपके चुने हुए अवतार और पृष्ठभूमि सेटिंग में वीआर (वर्चुअल रिएलिटी) हेडसेट्स का उपयोग करके मीटिंग्स की जा सकती हैं। फिल्मों आदि में ऐसी तकनीक की झलक देखी जा चुकी है।
एक वैकल्पिक दुनियाः एक मेटावर्स को दो भागों में बांटा जा सकता है। उनमें से एक एनएफटी और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके ब्लॉकचेन-आधारित मेटावर्स के निर्माण से जुड़ा है। कुछ उदाहरण Decentraland और The Sandbox हैं, जो लोगों को जमीन के आभासी पार्सल खरीदने और अपना वातावरण बनाने की अनुमति देते हैं। एक और सरल, आभासी दुनिया है जहां लोग एक-दूसरे से मिल सकते हैं और बधाई दे सकते हैं। फेसबुक इस वर्जन को बनाने की दिशा में काम कर रहा है।