वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के नए वेरियंट ओमीक्रॉन के खतरे के बीच 15 से 18 बरस के बच्चे कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिए एक जनवरी से ‘कोविन’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। हालांकि, उनके लिए टीके का विकल्प केवल ‘कोवैक्सीन’ होगा। सोमवार (27 दिसंबर, 2021) को अफसरों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि तीन जनवरी से बच्चों का कोविड-19 रोधी टीकाकरण शुरू करने की तैयारी चल रही है।
कोविन के प्रमुख डॉ. आर.एस. शर्मा ने सोमवार को कहा, ”15 से 18 साल के बच्चे 1 जनवरी से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी नये दिशानिर्देशों के अनुसार उनके लिये टीके का विकल्प केवल कोवैक्सीन होगा। दिशानिर्देशों के मुताबिक, ‘‘15 साल या इससे अधिक आयु के लोग को-विन पर पंजीकरण करा सकेंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो जिनका जन्म साल 2007 या इससे पहले का है, वे पात्र होंगे।’’ यानी 2008 के बाद जन्में लोगों पंजीकरण मान्य नहीं होगा।
बताया गया कि लाभार्थी एक मौजूदा को-विन खाते के माध्यम से ऑनलाइन स्व-पंजीकरण करा सकते हैं और मोबाइल फोन नंबर से नया खाता बना सकते हैं। यह सुविधा केवल सभी पात्र नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी। क्या है बच्चों के लिए टीका स्लॉट बुक करने की प्रक्रियाः
- बच्चे के लिए टीका का स्लॉट बुक करने की प्रक्रिया भी वैसी ही है, जैसे की वयस्कों के लिए है।
- स्लॉट बुक करने के लिए आपको आपको कोविन पोर्टल cowin.gov.in पर जाना होगा।
- वहां अपने आधार नंबर और मोबाइल नंबर की मदद से खुद को रजिस्टर करना होगा। स्टूडेंट्स अपने स्कूल आईडी कार्ड को भी विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर सकेंगे।
- अपने राज्य, जिला या फिर नजदीकी एरिया का पिन कोड, डालकर उन्हें अपने सुविधा और सहूलियत के हिसाब से टीका केंद्र चुनना होगा।
- स्लॉट उपलब्ध होने पर उसे बुक कर सकेंगे और तय तारीख पर वैक्सीन लगवा सकेंगे।
तीन जनवरी से प्रभाव में आने वाले दिशानिर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे नागरिकों को टीके की तीसरी खुराक देने का क्रम दूसरी खुराक लगाये जाने की तारीख से नौ महीने या 39 सप्ताह पूरे होने पर आधारित होगा। को-विन प्लेटफॉर्म पर मौजूदा खाते में पंजीकरण करके ही तीसरी या अतिरिक्त खुराक लगवाई जा सकेगी।
केंद्र सरकार 28 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक करेगी जिसमें बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए और स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की तीसरी खुराक लगाने के लिए रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया जाएगा।