2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में अब राजनीतिक दलों की जंग काफी रोमांचक रही है। कल (11 नवंबर) दूसरे चरण की वोटिंग के बाद अलग-अलग टीवी चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल आए। अधिकतर एग्जिट पोट में साफतौर पर बहुमत के साथ NDA की सरकार बनती दिखी। अब जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का समय है और हर सवाल-जवाब के लिए हम टेक्नोलॉजी का रुख कर रहे हैं। हमने सोचा कि क्यों ना एक एग्जिट पोल एआई से ही करवा लिया जाए। हमने ChatGPT, Grok से लेकर Google Gemini जैसे जनरेटिव AI टूल्स से बिहार के चुनाव परिणाम के बारे में सवाल पूछा। हमने इन तीनों ही पॉप्युलर एआई टूल से एक सवाल पूछा और इनका जवाब काफी मजेदार है। चलिए आपको बताते हैं बिहार में NDA, RJD, JDU और जनसुराज को कितनी सीटें मिलने के सवाल पर एआई ने क्या जवाब दिया।

इन डिजिटल दिमागों का मानना है कि NDA राज्य में वापसी करती दिख रही है, जबकि RJD-महागठबंधन को पिछली बार की तुलना में कुछ नुकसान हो सकता है। वहीं जनसुराज को जन-सपोर्ट तो मिला है लेकिन सीटों में उसका असर सीमित रहने की संभावना बताई गई है। टेक्नोलॉजी यह बता रही है कि अब चुनाव-विश्लेषण सिर्फ एक्जिट पोल या ग्राउंड रिपोर्ट तक सीमित नहीं, बल्कि AI-driven prediction भी अहम हो गया है ।ChatGPT, Grok से लेकर Google Gemini जैसे AI प्लेटफॉर्म्स तक ने अपने एल्गोरिदम और पब्लिक डेटा ट्रेंड्स के आधार पर यह अंदाज़ा लगाया है कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाएगी। सोशल मीडिया सेंटिमेंट, न्यूज़ कवरेज, और पिछले वोटिंग पैटर्न जैसे डिजिटल इनपुट्स का विश्लेषण कर ये टूल्स अब “AI एग्ज़िट पोल” की तरह काम कर रहे हैं।

बिहार में बनेगी किसकी सरकार- ChatGPT का जवाब

ChatGPT के मुताबिक, चुनावी डेटा और सोशल मीडिया सेंटिमेंट्स को देखते हुए NDA राज्य में बढ़त बना रही है। ओपनएआई के टूल के मुताबिक, National Democratic Alliance (NDA) को 243 सीटों वाली विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिल सकता है। यह गठबंधन लगभग 130-160 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है।

RJD-कांग्रेस के महागठबंधन को ChatGPT ने 70 से 100 सीटों के बीच जीतते बताया है। एक तीसरा पक्ष है प्रशांत किशोर की Jan Suraaj Party (JSP) जिसे बहुत कम सीटें मिलने की संभावना बताई गई है। अक्सर “0-5 सीटें” का दायरा देखा गया है।

बिहार में किसकी सरकार बन सकती है

चूंकि बहुमत का आंकड़ा 243 में 122 सीटें है, तो अगर NDA को 130-160 सीट मिलती हैं तो यह स्पष्ट बहुमत बन जाता है। इसलिए, इन अनुमान के आधार पर कहा जा सकता है कि NDA सरकार बनने की संभावना बहुत अधिक दिख रही है।

हालांकि, ये सिर्फ अनुमान हैं। वास्तविक परिणाम में बदलाव हो सकता है।

बिहार में बनेगी किसकी सरकार- Gemini का जवाब

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: संभावित परिणाम विश्लेषण
बिहार के चुनाव आमतौर पर गठबंधन और जातिगत समीकरणों के इर्द-गिर्द घूमते हैं। 14 नवंबर को नतीजे आने पर निम्नलिखित स्थितियाँ बन सकती हैं:

  1. NDA की मजबूत वापसी (BJP + JDU)
    संभावना का आधार:

अगर नीतीश कुमार की ‘सुशासन’ की छवि, और केंद्र सरकार के विकास कार्यों (जैसे मुफ्त राशन, आवास योजनाएं) पर लोगों का भरोसा बरकरार रहा।

अगर महिला मतदाताओं का बड़ा हिस्सा (जो JDU का पारंपरिक आधार रहा है) उन्हें समर्थन देता है।

अगर BJP अपनी सीटों की संख्या में बड़ी बढ़त हासिल करती है।

परिणाम: 122+ सीटें। सरकार NDA की बनेगी।

  1. महागठबंधन की बड़ी जीत (RJD + कांग्रेस + वाम दल)
    संभावना का आधार:

अगर तेजस्वी यादव का ‘रोज़गार और युवा’ का नैरेटिव ज़मीन पर काम करता है और बड़ी संख्या में युवाओं को आकर्षित करता है।

अगर RJD अपने पारंपरिक MY (मुस्लिम-यादव) बेस के अलावा, EBC/OBC वर्ग में पैठ बनाने में सफल होता है।

अगर एंटी-इनकम्बेंसी (सरकार विरोधी लहर) बहुत मज़बूत रही, खासकर JDU के ख़िलाफ़।

परिणाम: 122+ सीटें। सरकार महागठबंधन की बनेगी।

  1. त्रिशंकु विधानसभा (Hung Assembly)
    संभावना का आधार:

जब दोनों बड़े गठबंधन (NDA और महागठबंधन) 100 से 115 सीटों के बीच अटक जाते हैं।

अगर जनसुराज (प्रशांत किशोर का समूह) या अन्य छोटे दल/निर्दलीय (जैसे HAM, AIMIM) 10-20 सीटों पर जीत हासिल करके किंगमेकर बन जाते हैं।

यह स्थिति सबसे ज़्यादा राजनीतिक अस्थिरता लाती है और सरकार बनाने के लिए दल-बदल या नए गठबंधनों की ज़रूरत पड़ती है।

परिणाम: NDA (100-115) + महागठबंधन (100-115) + किंगमेकर (10-25)।

बिहार में बनेगी किसकी सरकार- Grok का जवाब

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग 11 नवंबर को संपन्न हो चुकी है। कुल 243 सीटों पर चुनाव हुए हैं, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे। सभी प्रमुख एग्जिट पोल्स (जैसे मत्रीज़, पीपुल्स पल्स, डेली भास्कर, न्यूज़18, पी-मार्क आदि) एकमत हैं कि एनडीए (बीजेपी-जेडीयू गठबंधन) स्पष्ट बहुमत के साथ जीत रहा है। बहुमत के लिए 122 सीटें चाहिए, और एनडीए को औसतन 147 सीटें मिलने का अनुमान है।

महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस-वाम दलों) को 90 सीटों के आसपास रुकना पड़ सकता है, जो 2020 के 110 से कम है। प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी (जेएसपी) को 0-5 सीटें मिल सकती हैं, जो उनकी उम्मीदों से काफी कम है। आरजेडी और जेडीयू के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन एनडीए की एकजुटता और महिलाओं-युवाओं के वोट ने फायदा पहुंचाया।

किसकी सरकार बन सकती है?

एनडीए की सरकार बनेगी: सभी पोल्स के अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बहुमत पार कर रहा है। 2020 में उन्होंने 125 सीटों से सरकार बनाई थी, इस बार 140+ के साथ मजबूत स्थिति। नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

महागठबंधन की संभावना कम: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन 90-100 सीटों तक सीमित रह सकता है। अगर जनसुराज 5+ सीटें जीत ले, तो गठबंधन की कोशिश हो सकती है, लेकिन पोल्स में जनसुराज का प्रभाव नगण्य है।

जनसुराज का रोल?: प्रशांत किशोर की पार्टी को ‘किंगमेकर’ माना जा रहा था, लेकिन 0-3 सीटों का अनुमान उन्हें हाशिए पर धकेल देता है।

कौन जीत रहा है?

एनडीए (बीजेपी-जेडीयू) मजबूती से आगे: उच्च मतदान (67.14%, महिलाओं में 71%) ने विकास, कल्याण योजनाओं (महिला रोजगार योजना) और मोदी फैक्टर के कारण एनडीए को फायदा पहुंचाया। एंटी-इनकंबेंसी कम, जातिगत समीकरण मजबूत।

आरजेडी-महागठबंधन पीछे: युवा-मुस्लिम-यादव वोट बैंक मजबूत, लेकिन वोट ट्रांसफर और एलाइंस कोऑर्डिनेशन में कमजोरी। तेजस्वी की लोकप्रियता (सीएम फेस में 36-38%) के बावजूद, विस्तार नहीं हो सका।

अन्य फैक्टर: एक्स (पूर्व ट्विटर) पर चर्चा से साफ है कि एनडीए समर्थक उत्साही हैं, जबकि विपक्षी एग्जिट पोल्स को ‘फर्जी’ बता रहे हैं। लेकिन बहुमत एजेंसियां (9+ पोल्स का एवरेज) एनडीए की जीत की पुष्टि करती हैं।

डिस्क्लेमर: आपको बता दें कि ये सभी जवाब ChatGPT, Gemini और Grok ने दिए हैं। इन जवाबों को एडिट नहीं किया गया है।