नारियल बिस्किट
आमतौर पर घरों में बाजार का बना बिस्किट ही इस्तेमाल होता है। मगर घर में बने बिस्किट का स्वाद ही अलग होता है। घर में बिस्किट बनाना कोई मुश्किल काम नहीं।
सामग्री
1 कप सूखे नारियल का चूरा। (नारियल को ग्राइंड करके घर में ही बना लें), आधा कप गेहूं का आटा, आधा कप महीन सूजी, 1 कप चीनी, चौथाई कप देसी घी, 1 चम्मच सौंफ, अगर तलना हो, तो भरपूर तेल।
विधि
आटा, सूजी और नारियल का चूरा एक साथ मिला लें। इसी में सौंफ को भी पीस का डाल दें। अगर चाहें तो सौंफ के साथ एक छोटा टुकड़ा दालचीनी का भी पीस कर डाल सकते हैं। चीनी को पीस लें और उसमें घी डाल कर सात-आठ मिनट तक चम्मच से फेटें, जब तक कि दोनों चीजें आपस में मिल कर नरम फाहेदर न हो जाएं। इससे बिस्किट खस्ता और नरम बनता है।
चीनी और घी के मिश्रण को आटे-सूजी-नारियल के मिश्रण में मिलाएं और हाथों से रगड़ कर अच्छी तरह मिलाएं। मुट्ठी में बंद करके देखें, अगर सामग्री बंध रही है, तो समझिए मिश्रण तैयार है। अब गुनगुने दूध का छींटा देते हुए कड़ा गूंथ लीजिए। इस मिश्रण को ढंक कर दस मिनट के लिए आराम करने को रख दें। फिर मिश्रण को एक बार और हल्के हाथों से दबा कर एक सार कर लें। फिर छोटा-छोटा हिस्सा लेकर चकला-बेलन की मदद से आधा इंच मोटा बेल लें। फिर काट कर बिस्किट बना लें।
180 डिग्री पर अवन को गर्म करें और ट्रे में नीचे घी चुपड़ कर बिस्किटों को 12 से 15मिनट के लिए सिंकने को रख दें। अगरअवन नहीं है, तो कड़ाही में तेल गरम करें और उसमें तल लें। हां तलने से पहले उनमें फोर्क की मदद से दो-तीन जगह छेद कर दें। इस तरह बिस्किट फटेंगे नहीं। घर में बने बिस्कुट का आनंद लें।
मटर दिलया
हरे मटर का मौसम है, इसका जितने तरह से व्यंजन बना कर आनंद ले सकें लेना चाहिए। दलिया के साथ मटर का मेल बहुत अच्छा बनता। इसे खिचड़ी की तरह पतला नहीं, बल्कि पोहे की तरह दाना-दाना अलग बनाएं और खाएं, तो आनंद और बढ़ जाता है।
सामग्री
1 कप दलिया, 1 कप मटर के दाने, चौथाई कप कटा हुआ गाजर, तड़के के लिए दो से तीन चम्मच घी, सजावट के लिए: कटा हरा धनिया, अदरक और हरी मिर्च।
विधि
पहले मटर के दाने और कटे हुए गाजर को धोकर अलग रख लें। दलिया को छन्नी से छान लें ताकि अगर उसमें गर्द हो तो निकल जाए। कड़ाही में घी गरम करें। दलिया डाल कर मध्यम आंच पर चलाते हुए सुनहरा रंग आने तक तलें। फिर उसमें कटी हुई सब्जियां डालें और दो मिनट तक चलाते हुए पकाएं। अब जरूरत भर का नमक डालें और दो कप पानी डाल दें।
ध्यान रखें कि पानी की मात्रा इतनी हो कि सारी सामग्री उसमें ढंक जाए। अधिक पानी होने से दलिया दानेदार नहीं बनेगा। अब कड़ाही पर ढक्कन लगा कर आंच धीमी कर दें। करीब दस मिनट तक पकने दें। बीच-बीच में खोल कर चलाने की जरूरत नहीं। इस तरह दलिया के दाने पानी को सोख कर अच्छी तरह फूल जाएंगे और हर दाना अलग-अलग होगा।
दस मिनट बाद आंच बंद कर दें, मगर कड़ाही पर ढक्कन लगा रहने दें। तब तक हरा धनिया, मिर्च और अदरक के लच्छे काट कर सजावट की तैयारी कर लें। दस मिनट बाद ढक्कन खोलें और उसमें धनिया-अदरक-मिर्च डाल कर चला लें। दही, छाछ या रायते के साथ परोसें।