पीएम की तीन दिवसीय विदेश यात्रा। एकदम लाइव लाइव। फिलस्तीन, अबू धाबी, फिर मसकट सब लाइव लाइव! मसकट का विशाल हॉल और उतना ही विशाल मंच! पीएम का संबोधन। श्रोता एक एक वाक्य पर मंत्रमुग्ध! ताली पर ताली : पीएम उनके दिल की बात कहते हैं : यहां मैं एक मिनी इंडिया देख रहा हूं… आप सब भारत के राजदूत हैं… भारत माता की जय, भारत माता की जय। वंदे मातरम्! वंदे मातरम्! वंदे मातरम्! लाइव दिखता है इंडिया टुडे पर! कट टू जम्मू! वही आतंकी कहानी। वह भी लाइव लाइव। जम्मू का सीआरपीएफ कैंप। कैमरे दूर से कवर करते हैं। जैश के आतंकी घुसे हैं, सेना घेर कर कांबिंग कर रही है। गोलियों की आवाजें आ रही हैं। सैनिक आड़ लेकर पोजीशन ले रहे हैं, यह दूसरा दिन है। चौंतीस घंटे तक लगातार घमासान है। फिर वे बस्ती में घुस जाते हैं, जारी रहती है गोली बारी! पहले पांच, फिर एक सैनिक शहीद होते हैं और तीन आतंकी मारे जाते हैं। ऐसे सीनों को देखने की आदत-सी हो चली है।
इन दिनों नित्य है यह जम्मू-कश्मीर कथा! नित्य है आतंककथा! नित्य हैं लंबी एनकांउटर कथाएं! नित्य हैं शहीद कथाएं! नित्य हैं शोक कथाएं। नित्य हैं राजकीय सम्मान के साथ, सैन्य सम्मान सहित शहीदों को श्रद्धांजलियां!
नित्य दिखता है विधवाओं का रोना! नित्य बिलखते दिखते हैं बच्चे!
नित्य बढ़ता है दर्शकों का गुस्सा! यही लक्ष्य है, गुस्से को उबलने दो!
नित्य मांग उठती है, बदला लो बदला लो! एक चैनल की एंकर मांग करने लगती है : कब होगी सर्जिकल टू? नित्य बरसती रहती है सर्जिकलवादी देशभक्ति!
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन एक प्रेस कान्फ्रेंस में उठे तरह-तरह के सवालों को बड़ी सजगता से संभालती हैं, लेकिन दो टूक कहती हैं : दे विल हैव टू पे फॉर दिस मिस एडवेंचर! उनको इस दुस्साहस की कीमत चुकानी होगी!
अचानक बड़ी खबर बनाते हैं कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर जी कि पाकिस्तान का दिमाग ‘इवाल्व’ (विकसित) हुआ है…! टाइम्स नाउ और रिपब्लिक दोनों मणि पर बिफर उठते हैं : पाक की धरती से कांगे्रसी नेता ने भारत को नीचा दिखाया! धिक्कार है, धिक्कार है।
इंडिया टुडे का एक एंकर खोज खबर लगा कर बताता है कि सीआरपीएफ कैंप की सुरक्षा में क्या-क्या कमियां थीं और क्यों थीं? लेकिन आतंकवाद आक्रांत इस समय में आतंकवादियों से निपटें कि अपनी कमियों को देखें?
कट टू मोहन भागवत का ‘तीन दिन में आरएसएस की सेना’ बनाने में सक्षम होने वाला बयान! बयान की प्रतिक्रिया में वही होता है, जिसके लिए बयान आया है। प्रतिक्रिया में बोल उठते हैं राहुल कि सेना की अवमानना के लिए माफी मांगें भागवत!
दोपहर तक बयान को मैनेज करने आ जुटते हैं संघ के एक प्रचारक और एक विचारक कि यह सेना से संघ की तुलना नहीं है, सिर्फ इतना है कि जरूरत हो तो देश की खातिर संघ तीन दिन में सेना खड़ी कर सकता है, क्योंकि उसके पास अनुशासित कैडर है!
मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नदवी श्री श्री रविशंकर के साथ दो दिन तक खबर बनाते हैं कि अदालत से बाहर समझौता हो सकता है। मंदिर वहीं बनाएं जहां अब है, मस्जिद कुछ दूर बनाई जा सकती है। लेकिन बोर्ड के बाकी को यह मंजूर नहीं होता और नदवी बोर्ड से निकाल दिए जाते हैं।
अचानक अगले कदम के रूप में आती है ‘राममंदिर यात्रा’ की बड़ी खबर! एक ट्रक या बस के ऊपर बना राम मंदिर का मॉडल! छह राज्यों से गुजर कर और छह हजार किलो मीटर की दूरी तय करके रामेश्वरम् में संपन्न होगी यह यात्रा। तबियत से कवर करता है एनडीटीवी। लगाता है लाइन : सन उन्नीस तक कड़ाही को उबाले रखना है!कीप द पॉट बॉइलिंग!
इसके समांतर दूसरी यात्रा को झंडी दिखाते हैं गृहमंत्री राजनाथ सिंह। यह है जल-मिट्टी यात्रा, यह भी राष्ट्र की एकता के लिए यात्रा!
लेकिन वेलेंटाइन डे बीच में आकर समूची कहानी में विघ्न डाल देता है और नैतिक ब्रिगेड को ताल ठोकने का अवसर मिल जाता है। लखनऊ विश्वविद्यालय के वीसी एक चैनल पर स्वयं आकर बताने लगते हैं कि वेलेंटाइन के दिन विश्वविद्यालय बंद रहेगा। वेलेंटाइन विरोधी वीर जोश में एक चैनल पर फरमाते रहते हैं कि अगर कोई राक्षस भेस बदल कर आतंक करने आता है, तो हम देख लेंगे…
ऐसे कुछ वीर अमदाबाद में कुछ लड़के-लड़कियों को डंडों से दौड़ाते नजर आते हैं, लेकिन वे मलयालम फिल्मों की हीरोइन प्रिया प्रकाश के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वेलेंटाइन टीजर का कुछ नहीं बिगाड़ पाते। तीस सेकेंड का यह वीडियो टीजर एंकरों और दर्शकों- सबको अवाक कर देता है। प्रिया पहले तो क्लास में एक लड़के को अपनी उंगलियों से गोली मारती है, फिर चलती बस में उसी लड़के को आंख मारती है। लड़की की कजरारी आंखों के कटाक्षों से ‘घायल’ होकर लड़का मस्त होकर दोस्त के कंधे पर गिरता है। सोशल मीडिया का यह टीजर देखते-देखते सब खबर चैनलों पर छा जाता है। यह है उत्तर-वेलेंटाइन हीरोइन! अगर लड़का आंख मारता तो हो जाता अंदर और लड़की आंख मारे तो हो जाता है ‘एंपावरमेट’!

