Samudrik Shastra: ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के की कुंडली में स्थित ग्रहों का विश्लेषण उसके नेचर और करियर के बारे में बताया जाता है। ऐसी ही सामुद्रिक शास्त्र और वाराही संहिता में व्यक्ति के शरीर पर मौजूद अंगों की बनावट, आकार के आधार पर फलित किया जाता है। आपको बता दें कि यहां हम बात करने जा रहे हैं। व्यक्ति के चलने के तरीके से कैसे उसके नेचर और व्यक्तित्व के बारे में जान सकते हैं। साथ ही उस पर किसी ग्रह का प्रभाव ज्यादा है। आइए जानते हैं…
तेज चलने वाले लोग
वाराही संहिता के अनुसार जो लोग तेज चलते हैं उन पर मंगल ग्रह का प्रभाव ज्यादा रहता है। अगर ये लोग किसी काम से निकले हैं, तो इनको वहां पहुंचने की बहुत जल्दी होती है। क्योंकि मंगल ग्रह के प्रभाव से इन लोगों के अंदर एनर्जी बहुत होती है। साथ ही इन लोगों के अंदर आत्मविश्वास भी बहुत अधिक होता है। ये लोग साहसी और निडर भी होते हैं। ये लोग रिस्क भी लेना जानते हैं और व्यापार में अपनी इस खूबी से खूब धन भी कमाते हैं। ये लोग विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में शांत बने रहते हैं।
छोटे–छोटे कदम में चलने लोग
छोटे- छोटे कदम से चलने वाले लोगों पर बुध ग्रह का प्रभाव होता है। ये लोग किसी भी काम को बहुत आराम से करते हैं। जिस वजह से कई कामों को ये समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं। ये लोग शांत नेचर के होते हैं। साथ ही ये थोड़े मजाकिया भी होते हैं। ये लोग लाइफ को अपने तरीके से जीते हैं। साथ ही ये मिलनसार और व्यवहारिक भी होते हैं। इनकी बातचीत की शैली सामने वाले को प्रभावित करती है।
पैर घसीटते हुए चलना
आपने देखा होगा कई लोग पैर घसीटकर चलते हैं। आपको बता दें कि ऐसे लोगों पर राहु और शनि का प्रभाव ज्यादा होता है। ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है। साथ ही ये लोग रोगी भी रहते हैं। ये लोग कन्फ्यूज भी बहुत होते हैं। साथ ही इनको अगर कोई कुछ कहदे तो यह बहुत गहराई तक सोचते हैं। इन लोगों का वैवाहिक जीवन भी अच्छा नहीं रहता है।