राजेश राय
भारतीय क्रिकेट टीम को यूएई में आयोजित हुए टी 20 विश्व कप में ग्रुप चरण में ही बाहर हो जाना पड़ा था। लेकिन नए कप्तान रोहित शर्मा और नए कोच राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने विश्व कप की उपविजेता न्यूजीलैंडको तीन मैचों की टी 20 सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर मौका भुना लिया।
भारत ने जयपुर में पहला मैच पांच विकेट से, रांची में दूसरा मैच सात विकेट से और कोलकाता में तीसरा मैच 73 रन से जीता। इस क्लीन स्वीप में कुछ नए खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिससे कप्तान रोहित और कोच द्रविड़ काफी प्रभावित हुए। रोहित ने सीरीज के बाद कहा कि युवा खिलाड़ियों को टीम में ऐसा माहौल देने की जरूरत है जिससे वे खुद को टीम में सुरक्षित महसूस करें। द्रविड़ ने इस प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा,युवा खिलाड़ियों को प्रदर्शन करते हुए देखना सुखद है।
हमने उन खिलाड़ियों को भी मौका दिया, जिन्होंने हाल के समय में अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले थे। खिलाड़ियों ने इस सीरीज में अपना कौशल दिखाया लेकिन अब हमें उनको और विकसित करना है। रोहित और द्रविड़ की नजर अब 2023 में आॅस्ट्रेलिया में होने वाले टी 20 विश्व कप पर टिक गई है और नए खिलाड़ियों को मौका देना इसी कवायद का एक हिस्सा था।
भारत हाल में हुए विश्व कप में अपने पहले दो मैचों में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारकर सेमीफाइनल की होड़ से बाहर हो गया था, हालांकि भारत ने इसके बाद अगले तीन मैचों में नामीबिया, स्कॉटलैंड और अफगानिस्तान को आसानी से हराया लेकिन पहले दो मैचों की हार ने भारत का बाहर होना तय कर दिया था। न्यूजीलैंड की टीम बेहतर प्रदर्शन करते हर फाइनल तक पहुंची
लेकिन खिताबी मुकाबले में उसे इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा। इस प्रदर्शन के बाद न्यूजीलैंड को भारत का दौरा करना था। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने विश्व कप से पहले ही घोषणा कर दी थी कि विश्व कप के बाद वह टी 20 की कप्तानी भी छोड़ देंगे। विराट ने साथ ही सीरीज में विश्राम भी लिया। विराट के साथ साथ जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और हार्दिक पांड्या को भी आराम दिया गया। इन दिग्गज खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में रोहित ने युवा खिलाड़ियों से जैसा प्रदर्शन करवाया वह तारीफ के काबिल था। रोहित ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और मैन आॅफ द सीरीज भी बने।
भारत ने इस सीरीज में कई खिलाड़ियों को मौका दिया और एक नई और युवा टीम के साथ मैदान में उतरी। हर्षल पटेल और वेंकटेश अय्यर ने अपना पदार्पण किया, जबकि चार साल में सिर्फ एक टी20 अंतर्राष्ट्रीय खेलने वाले अक्षर पटेल को भी रवींद्र जडेजा के स्थान पर मौका दिया गया। हालांकि सीरीज में ऋतुराज गायकवाड़ और आवेश खान को अंतिम एकादश में आने का अवसर नहीं मिल सका। लेकिन कुछ खिलाड़ियों को मौका मिला और उन्होंने उसे दोनों हाथों से भुनाया। हर्षल पटेल तो दूसरे मैच में प्लेयर आफ द मैच भीबने।
अक्षर पटेल को तीसरे मैच में प्लेयर आफ द मैच बनाने का मौका मिला। सूर्यकुमार यादव पहले मैच में प्लेयर आफ द मैच बने लेकिन वह इस फार्म को अगले दो मैचों में बरकरार नहीं रख पाए और सस्ते में आउट हो गए। सूर्य ने पहले मैच में 62 रन की शानदार पारी खेली लेकिन अगले दो मैचों में वह एक और शून्य ही अपने स्कोर में दर्ज कर पाए।
रोहित ने सीरीज के बाद कहा, भारत में जिस तरह से प्रतिभाओं की भरमार है उसे देखते हुए सभी को खिलाना आसान नहीं हो पाता। बहुत से खिलाड़ी जो बाहर बैठे हैं, उन्होंने भी शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन हम सिर्फ11 खिलाड़ियों के साथ मैच में उतर सकते हैं। इसलिए सभी को मौका मिले, यह आसान नहीं।
अश्विन चार साल के लम्बे अंतराल के बाद टी 20 में उतरे और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। अश्विन ने विश्व कप में भी अपनी छाप छोड़ी और इस सीरीज के पहले दो मैचों में 23 रन पर दो विकेट और 19 रन पर एक विकेट लेने जैसे शानदार प्रदर्शन किए। रोहित ने आॅफ स्पिनर रविचंद्रन आश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल की जोड़ी की भी तारीफ की। जयपुर में भारत ने आखिरी आठ ओवर में न्यूजीलैंड को 68 रन ही बनाने दिए थे और पांच विकेट भी झटके थे।
रांची में पावरप्ले में 64 रन बनाने के बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड को 153 रनों तक ही रोक दिया था और कोलकाता में तो टीम इंडिया ने ओस के बाद भी कीवियों को महज 111 रनों पर ढेर कर दिया। भारत के इस बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन को लेकर रोहित काफी संतुष्ट नजर आए और इसके लिए उन्होंने अक्षर और आरअश्विन की स्पिन जोड़ी को सबसे ज्यादा श्रेय दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छे भविष्य की उम्मीद जगाता है लेकिन खिलाड़ी इस प्रदर्शन को अगले विश्व कप तक बरकरार रख पाते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।