Root Of Anantamool Benefits: ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों की शांति के लिए रत्न, यंत्र और मंत्र का जिक्र मिलता है। लेकिन रत्न बाजार में काफी मंहगे मिलते हैं। जिससे बहुत से लोग मंहगे रत्न होने की वजह से रत्न धारण कर नहीं पाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि नवग्रहों का संबंध किसी न किसी पेड़ से बताया है, जैसे- शनि ग्रह का संबंध शमी के पेड़ से होता है। ऐसे ही अनन्तमूल के पेड़ का संबंध मंगल ग्रह से माना जाता है। मतलब जो लोग मूंगा रत्न (Moonga Gemstone) धारण नहीं कर सकते हैं, वो लोग अनन्तमूल के पेड़ की जड़ (Root Of Anantamool) को हाथ में बांध सकते हैं। आइए जानते हैं अनन्तमूल की जड़ का महत्व और धारण करने की विधि…
अनन्तमूल की जड़ धारण करने के लाभ (Benefits Root Of Anantamool)
अनन्तमूल के पेड़ की जड़ राजनीति, नेतृत्व, प्रशासन, सेना, पुलिस, मेडिकल क्षेत्र, प्रॉपर्टी, ईंटभट्टे का कार्य करने वाले लोग धारण कर सकते हैं। साथ ही जिन लोगों को अज्ञात भय रहता हो वो लोग भी पहन सकते हैं। वहीं ज्योतिष अनुसार अनन्तमूल की जड़ धारण करने से व्यक्ति के अंदर साहस आता है साथ ही आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
ये लोग बांध सकते हैं अनन्तमूल की जड़
ज्योतिष शास्त्र अनुसार जिस व्यक्ति की राशि मेष, वृश्चिक हो या लग्न में सिंह, धनु, मीन राशि हो वह लोग अनन्तमूल की जड़ हाथ में बांध सकते हैं। साथ ही यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष हो तो ऐसे व्यक्ति इसको हाथ में बांध सकते हैं। इसे बांधने से मांगलिक दोष से अशुभ प्रभाव में कमी आ सकती है। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल उच्च के यानि शुभ स्थित हों वो लोग भी इसे हाथ में बांध सकते हैं। किसी व्यक्ति में अगर आत्मविश्वास की कमी हो या फिर जो सपनों में डर जाता हो तो वो भी इस जड़ जड़ को बांधने से लाभ हो सकता है।
जानिए बांधने की सही विधि
ज्योतिष अनुसार अनन्तमूल की जड़ को चित्रा नक्षत्र में खरीदकर लाना चाहिए। साथ ही इसे लाल धागे में मंगलवार के दिन हाथ या लगे में धारण कर सकते हैं। वहीं जड़ को पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें। साथ ही जड़ को धारण करते समय मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।