Falgun (Phagun) Purnima 2023: हिंदू धर्म में फाल्गुन पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत और स्नान-दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन होलिका दहन और लक्ष्मी जयंती का त्योहार भी मनाया जाता है। वहीं पूर्णिमा तिथि का संबंध चंद्र देवता से माना जाता है। इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए जानते हैं तिथि, पूजा मुहूर्त और उपाय…
फाल्गुन पूर्णिमा 2023 तिथि (Falgun Purnima Tithi 2023)
वैदिक पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 मार्च को शाम 04 बजकर 16 मिनट पर होगी और इस तिथि का अंत 07 मार्च को शाम 06 बजकर 08 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार पर फाल्गुन पूर्णिमा का स्नान और दान 07 मार्च को होगा। इस दिन का संबंध होली से भी है। मतलब इस दिन होलिका दहन भी किया जाता है।
फाल्गुन पूर्णिमा 2023 स्नान-दान मुहूर्त (Falgun Purnima 2023 Shubh Muhurat)
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन प्रात:काल से ही स्नान-दान प्रारंभ हो जाते हैं। लेकिन इस 3 दिन 3 विशेष मुहूर्त बन रहे हैं। सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 01 मिनट से शुरू होकर सुबह 05 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। साथ ही इसके बाद अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। वहीं विजय मुहूर्त दोपहर में 02 बजकर 29 मिनट से आरंभ होकर दोपहर 03 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। इन मुहूर्त में दान- स्नान किया जा सकता है। फाल्गुन पूर्णिमा के दिन 07 मार्च को चंद्रोदय शाम 06 बजकर 18 मिनट पर होगा और चंद्रास्त 08 मार्च को सुबह 06 बजकर 45 मिनट पर होगा।
करें ये उपाय
1- शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी इस दिन ही अवतरित हुई थी। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा- अर्चना करनी चाहिए। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन- वैभव की प्राप्ति होती है।
2- फाल्गुन पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की पूजा जरूर करें, क्योंकि पूर्णिमा पर चंद्रमा अपनी सौलह कलाओं के साथ आसमान में उदित रहता है। इसलिए चंद्रमा की पूजा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलने की मान्यता है।
