Astrology: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का बहुत महत्व बताया गया है। ग्रहों की अनुकूल और प्रतिकूल स्थिति का प्रभाव जातकों पर पड़ता है। हर ग्रह की प्रिय राशियां होती हैं, जिन पर उनकी विशेष कृपा होती है। जिस कारण उन्हें लाभ होने की मान्यता है। आइए जानते हैं कि किन राशियों पर गुरु बृहस्पति की कृपा रहती है।
ज्योतिष में गुरु बृहस्पति का महत्व
वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को ज्ञान, दान,पुण्य और वृद्धि का कारक माना गया है। गुरु ग्रह धनु और मीन राशि के स्वामी होते हैं। मकर नीच राशि और कर्क इनकी उच्च राशि मानी जाती है।
धनु राशि पर रहती है गुरु बृहस्पति की कृपा
इस राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति होते हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को सदैव गुरु बृहस्पति का साथ मिलता है। इन्हें करियर और कारोबार में तरक्की मिलने की मान्यता है।
मीन राशि के जातकों को मिलता है गुरु बृहस्पति का साथ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस राशि के स्वामी ग्रह गुरु बृहस्पति मानें जाते हैं। गुरु बृहस्पति की कृपा से इन्हें कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने की मान्यता है। वहीं व्यापार में मुनाफा और कारोबार में आर्थिक लाभ होने की भी मान्यता है।
गुरु बृहस्पति के उपाय
जिन जातकों की कुंडली में गुरु बृहस्पति कमजोर स्थिति में होते हैं। उन्हें इस कारण परेशानियां होती है। साथ ही आर्थिक नुकसान भी होने की मान्यता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति के कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि इन उपायों को करने से कुंडली में गुरु बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है और उनका साथ प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि वह उपाय कौन से हैं।
-गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें।
-गुरुवार के दिन के दिन व्रत रखें।
-गुरुवार के दिन चने की दाल और पीली वस्तुओं का दान करें।
-कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत करने के लिए पुखराज रत्न धारण करें।
-पांच मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करें।