Haryana Politics: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हरियाणा में बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए 10 में से 5 सीटें अपने नाम कर ली थीं, जिसके बाद यह माना जा रहा था कि पार्टी कुछ ही महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी को कड़ी टक्कर देती नजर आएगी लेकिन अब कांग्रेस को सोनीपत से बड़ा झटका लगा है। हुड्डा फैमिली के करीबी माने जाने वाले सोनीपत से कांग्रेस के मेयर निखिल मदान ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए बीजेपी से हाथ मिला लिया है।
निखिल मदान बीते दिन गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, सीएम नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए। निखिल मदान ने सुबह कांग्रेस की प्राइमरी मेंबरशिप और सभी दायित्वों से अपना इस्तीफा दे दिया था। वहं दिल्ली पहुंचने पर उनका उनके समर्थकों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया था।
कांग्रेस पर बोला सीएम नायब सैनी ने हमला
निखिल मदान के बीजेपी जॉइन करने पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता और सोनीपत के मेयर निखिल मदान और सैकड़ों कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस लगातार अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर होती जा रही है। कांग्रेस के पास बोलने के लिए सिर्फ झूठ है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी झूठ का सहारा लिया था।
इस्तीफे की क्या बताई वजह?
निखिल मदान ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान को भेजे इस्तीफे में लिखा कि वे कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहे हैं। उनका कहना था कि उनका परिवार 2 दशकों से कांग्रेस पार्टी के एक वफादार और दृढ़ सदस्य रहे हैं। इन वर्षों में मैंने अपना जीवन पार्टी और उन लोगों के लिए समर्पित कर दिया, जिनका मैं सोनीपत में प्रतिनिधित्व करता हूं।
उन्होंने कहा है कि उनका लक्ष्य और उद्देश्य शुरू से ही अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने राज्य के लोगों की सेवा करना रहा है, अब पार्टी में कुछ अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण मैं ऐसा करने में असमर्थ हूं। अपने लोगों और कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को साकार करने के लिए, वे आगे की ओर देखने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कांग्रेस का मंच देने पर पार्टी का आभार भी जताया है।
हुड्डा के करीबी रहे हैं निखिल मदान
बता दें कि निखिल मदान सोनीपत और उसके आस पास के क्षेत्रों में एक बड़ा चेहरा हैं। उन्होंने निकाय नगर निगम चुनाव के दौरान जेजेपी और बीजेपी दोनों के प्रत्याशियों को धूल चटाई थी। इतना ही नहीं, निखिल मदान को हरियाणा के प्रमुख हुड्डा परिवार का भी करीबी माना जाता है। ऐसे में चुनाव से पहले उनका कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
दिल्ली में बीजेपी में शामिल होने के बाद निखिल मदान ने इस दिन को अपने लिए लकी बताया। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने मुझे आज भाजपा में शामिल होने का मौका दिया है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सोनीपत में हर समय, हर कदम पर जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उस पर 100% खरा उतारूंगा।