पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर भाजपा को साल 2019 के लोक सभा चुनाव में बाहर का रास्ता दिखाने के लिए काम करेगी। ममता ने ‘बीजेपी क्वीट इंडिया इन 2019 (भाजपा 2019 में भारत छोड़ो) का नारा देते हुए भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश में लोगों से अधिकार छीनने का आरोप लगाया । मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि धर्मनिरपेक्षता खतरे में है। उन्होंने यहां अभियान शुरू करते हुए कहा, ‘‘भाजपा नेतृत्व वाली सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। हमलोग ऐसा होने नहीं देंगे। साल 2019 में हमारा नारा ‘भाजपा भारत छोड़ो’ होगा। हम सभी विपक्षी पार्टियों के साथ काम करेंगे ताकि हम भाजपा के विरूद्ध एक होकर लड़ सकें। हम सांप्रदायिकता और घृणा की राजनीति का अंत करना चाहते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने भारत छोड़ो आंदोलन के 75साल पूरे होने के दिन यह अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग लड़ेंगे और तब तक नहीं रूकेंगे जब तक कि भाजपा को सत्ता से बाहर न कर दें। लोकतंत्र सभी कठिनाइयों के बावजूद जीतेगा।’’

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘वह हमें प्रवर्तन निदेशालय, आयकर और सीबीआई से डराने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन हम इससे नहीं डरते हैं। केंद्र सरकार एजेंसियों की, एजेंसियों द्वारा और एजेंसियों के लिए सरकार में तब्दील हो गई है।’’ उन्होंने कहा कि वह राजद सुप्रीमो द्वारा इस महीने के अंत में पटना में आयोजित होने वाली रैली में शामिल होंगी। तृणमूल नेता ने भाजपा पर आदिवासियों और समाज के पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए ‘घड़ियाली आंसू’ बहाने का आरोप भी लगाया।

गौरतलब है कि मंगलवार मध्य रात्रि तक चले बेहद नाटकीय घटनाक्रम में तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल बड़ी मुश्किल से पांचवीं बार राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रहे।

मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने दो बागी नेताओं के वोट रद्द करने की मांग को लेकर शुरू हुआ राजनीतिक दांवपेंच नौ घंटे तक चला और निर्वाचन आयोग द्वारा दोनों कांग्रेस विधायकों के वोट रद्द किए जाने के बाद पटेल 44 मत हासिल करते हुए जीत गए। उन्हें इतने ही मतों की जरूरत भी थी।