पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को बीरभूम के हिंसाग्रस्त रामपुरहाट इलाके का दौरा किया। सीएम ममता बनर्जी ने हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। जिन लोगों के घर हिंसा की चपेट में आए हैं, उनके लिए सीएम ममता बनर्जी ने 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया।
सीएम ममता बनर्जी रामपुरहाट के बगतुई गांव पहुंची थीं, जहां हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से उन्होंने मुलाकात की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का चेक सौंपा। सीएम ममता बनर्जी ने हिंसा प्रभावित घरों के पुनर्निर्माण के लिए 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने हिंसा में जान गंवाने वालों के परिवारों को नौकरी और 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया।
ममता बनर्जी ने हिंसा की घटना पर कहा कि प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है, टीएमसी नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पीड़ितों से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी भावुक हो गईं और उन्होंने कहा, “आपने अपनों को खोया है, मेरा दिल भी टूटा है।” उन्होंने कहा कि जो लोग भी हिंसा के पीछे हैं उन्हें सख्त सजा मिलेगी। ममता बनर्जी ने बीरभूम हिंसा के पीछे बड़ी साजिश का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस सभी एंगल से हत्याओं की जांच करेगी।
अधीर रंजन चौधरी व अन्य कांग्रेस नेताओं का अन्य प्रतिनिधिमंडल हिंसाग्रस्त रामपुरहाट जा रहा था लेकिन उन्हें शांति निकेतन में ही रोक दिया गया। प्रशासन ने उनको आगे जाने की इजाजत नहीं दी।
उधर, बीरभूम हिंसा पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान आया है। राज्यपाल ने कहा, “यह एक शर्मनाक घटना है और शासन पर एक धब्बा है। लोकतंत्र में लोगों को इस तरह से जिंदा जलाना बहुत दर्दनाक होता है। सरकार को सुरक्षा मुहैया कराने की पेशकश के बजाय सबक सीखना चाहिए।”
बीरभूम हिंसा में 10 लोगों की मौत
रामपुरहाट इलाके में टीएमसी के पंचायत नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद इलाके में हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों ने इलाके में 10-12 घरों में आग लगा दी जिसमें 10 लोग जिंदा जल गए। बीरभूम में भड़की हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। वहीं, विपक्षी दल ममता सरकार पर हिंसा रोकने में असफल रहने के आरोप लगा रहे हैं।