पश्चिम बंगाल निकाय चुनावों (West Bengal Civic Polls) में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने जीत का परचम लहराया है। टीएमसी ने 108 नगरपालिका में से 102 पर जीत दर्ज की है। रविवार को 108 नगर पालिकाओं में वोटिंग संपन्न हुई थी। विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत के बाद, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने अब स्थानीय निकायों में बहुमत हासिल कर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।

टीएमसी ने 33 नगर निकायों पर निर्विरोध चुनाव जीता। वाम मोर्चा ने नादिया जिले में अपनी एकमात्र जीत हासिल की और ताहेरपुर नगरपालिका उनके खाते में आई। पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों में 77 सीटें जीतकर पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी भाजपा अपना खाता नहीं खोल सकी। कांग्रेस भी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।

वहीं, नवगठित हमरो पार्टी ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया और दार्जिलिंग नगरपालिका पर जीत हासिल कर ली। वहीं, तृणमूल सुप्रीमो और राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी को इतना बड़ा जनादेश देने के लिए लोगों को बधाई दी। सभी जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई देते हुए ममता बनर्जी ने कहा, “आइए हम सब मिलकर राज्य की शांति, समृद्धि और विकास के लिए काम करें।”

108 नगरपालिकाओं के कुल 2,171 वार्डों में से तृणमूल ने 1,866 वार्ड जीते। आश्चर्यजनक रूप से, दूसरे स्थान पर सबसे अधिक वार्ड निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीते और 119 पर उनका कब्जा रहा। भाजपा ने 63 वार्डों पर जीत दर्ज की, कांग्रेस ने 59 वार्डों और वाम ने 57 वार्डों पर जीत दर्ज की।

वोट शेयर के लिहाज से ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल को निकाय चुनाव में 63 फीसदी वोट मिले, जबकि लेफ्ट और बीजेपी को क्रमश: 14 और 13 फीसदी वोट मिले।वहीं, कांग्रेस को 5 फीसदी वोट मिले जबकि अन्य को 5 फीसदी वोट मिले।

चार नगरपालिकाओं पर त्रिशंकु नगरपालिका हुई है। मुर्शिदाबाद जिले के बेलदंगा, हुगली जिले के चांपदानी, पुरुलिया जिले की झालदा और पूर्वी मिदनापुर जिले के एगरा में त्रिशंकु जनादेश रहा है। इसके अलावा, तृणमूल ने पहली बार दक्षिण 24 परगना जिले में जोयनगर नगरपालिका और मुर्शिदाबाद जिले में बरहामपुर नगरपालिका पर जीत हासिल की।