भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल भाजपा से पार्टी उपाध्यक्ष दिलीप घोष की सीबीआई के खिलाफ टिप्पणी पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय भाजपा नेतृत्व ने वायरल वीडियो का विवरण हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद में मांगा है, जिसमें दिलीप घोष को कथित तौर पर सीबीआई के खिलाफ बोलते हुए दिखाया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों ने बताया कि अमित शाह और जेपी नड्डा ने पार्टी की राज्य इकाई से उन्हें अलग-अलग रिपोर्ट भेजने को कहा है। दिलीप घोष ने रविवार को आरोप लगाते हुए कहा था कि बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कुछ नेताओं ने सीबीआई अधिकारियों के साथ सेटिंग की, जिसके चलते केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को भेजने पड़ा।

सोमवार को भी दिलीप घोष सीबीआई पर अपनी टिप्पणी पर कायम रहे और एक बार फिर केंद्रीय जांच एजेंसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया। उन्होंने फिर कहा, “मैंने रविवार को अपने विचार व्यक्त किए हैं और मैं आज भी इसके साथ खड़ा हूं। अदालत ने (राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में) सीबीआई जांच का आदेश दिया था। कितनी गिरफ्तारियां हुई हैं? कितनी एफआईआर दर्ज की गई हैं? हमें सीबीआई पर भरोसा है। मुझे परवाह नहीं है कि इसे कौन चलाता है। हमें इससे न्याय की उम्मीद है लेकिन हमें अब तक नहीं मिला है।”

दिलीप घोष ने बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का बिना नाम लिए उनपर निशाना साधा और कहा कि जब मैं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष था, तब मैंने सीबीआई कार्यालय के बाहर आंदोलन किया था। उन्होंने कहा कि मैंने केवल अपने विचार स्पष्ट किए हैं। ईडी ने अपना काम अधिक कुशलता से किया है और हमें इस पर पूरा भरोसा है।

बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में नए राज्य नेतृत्व के खिलाफ बोलने के लिए दिलीप घोष को पार्टी ने पहले भी आगाह किया है। केंद्रीय नेतृत्व ने भी दिलीप घोष की टिप्पणी के लिए उनकी निंदा की थी।

वहीं टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने दिलीप घोष के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, “हम शुरू से ही सीबीआई की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर सवाल उठाते रहे हैं। आज दिलीप घोष ने हमारे रुख की पुष्टि की है।”