पश्चिम बंगाल फिर से एक बार सुर्खियों में है। एक तरफ बीरभूम की घटना ने सारे देश को हिलाकर रख दिया है। तृणमूल के लिए ये मामला वाटरलू भी बन सकता है। दूसरी तरफ सीएम ममता बनर्जी के साथ विगत में हुए तीन हादसों का हवाला देकर एक शख्स ने कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है। उसका कहना है कि तीनों मामलों की जांच कोर्ट कराए।
बिप्लव कुमार चौधरी ने ये याचिका दाखिल की है। उनका कहना है कि ममता बनर्जी के साथ विगत में तीन हादसे हो चुके हैं। इनसे साफ है कि उनकी जान को खतरा है। लिहाजा कोर्ट जांच कराकर दूध का दूध पानी का पानी करे।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव और जस्टिस राजश्री भारद्वाज की बेंच ने याचिकाकर्ता के हलफनामे को रिकार्ड पर लेकर केंद्र से जवाब तलब किया है। याचिका से जुड़ा सारा रिकार्ड अटार्नी जनरल को उपलब्ध करा दिया गया है। एजी केंद्र के वकील भी हैं। लेकिन उनका कहना है कि वो इस मामले में निर्देश मिलने के बाद ही कोर्ट में अपना जवाब दे सकते हैं। मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को की जाएगी।
ममता के साथ हुए हादसे
चार मार्च 2022 को वो लखनऊ से कलकत्ता एक चार्टर्ड फ्लाइट में जा रही थीं। आरोप है कि उनके विमान के सामने दूसरा प्लेन आ गया। पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए अपने प्लेन को नीचे कर लिया। हादसा तो बच गया लेकिन इस सारी कवायद में ममता बनर्जी की कमर में चोट लग गई।
दूसरा हादसा इसी साल 2 मार्च को तब हुआ जब ममता बनर्जी प्लेन में सवार होने के लिए कार से जा रही थीं। उनकी कार के सामने रन-वे पर एक हेलीकॉप्टर आ गया। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने दखल देकर उनकी जान बचाई, नहीं तो कुछ भी हो सकता था। आरोप है कि हेलीकॉप्टर कार से लगभग टकराने वाला था।
आरोप है कि 2016 में भी उनकी जान लेने की कोशिश की गई। उस दौरान वो पटना से कलकत्ता जा रही थीं। वो उस समय इंडिगो एयरलाइंस में यात्रा कर रही थीं। याचिककर्ता का कहना है कि इस हादसे को लेकर पुलिस के पास शिकायत भी दर्ज कराई गई लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया।