पश्चिम बंगाल के बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई हिंसा के मामले पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष अनिरुल हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों के मुलाकात के दौरान हुसैन से या तो आत्मसमर्पण करने या गिरफ्तारी का सामना करने की बात कही थी। इसके कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने उनपर कार्रवाई की ।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रामपुरहाट थाने के प्रभारी निरीक्षक के रूप में तैनात पुलिस निरीक्षक त्रिदीप प्रमाणिक को कदाचार और कर्तव्य की अवहेलना के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

कौन हैं अनिरुल हुसैन?- मंगलवार को हुई हिंसा के बाद से अनिरुल हुसैन का नाम चर्चा में है, जिसमें 10 लोग जिंदा जल गए थे। टीएमसी नेता पर मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। पीड़ितों के परिवारों ने उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। परिवारों ने ममता बनर्जी के सामने भी इस मुद्दे को उठाया, जिन्होंने पुलिस को तुरंत अनिरुल को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।

रामपुरहाट के रहने वाले हुसैन तृणमूल के गठन से पहले कांग्रेस के नेता थे। वह कथित तौर पर राज्य विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और बीरभूम के विधायक आशीष बनर्जी के करीबी सहयोगी हैं। तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में अनिरुल ने बगतुई गांव के राजनीतिक मुद्दों को नियंत्रित किया। जब घरों में आग लगाई जा रही थी तब स्थानीय लोगों ने अनिरुल को फोन करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। यह बात पीड़ितों के परिवारों ने ममता बनर्जी को बताई। पुलिस इस बात की जांच करेगी कि वह उन्हें घटना के बारे में बताने से क्यों हिचक रहे थे।

मामले को लेकर राजनीति गर्म- बता दें कि टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद मंगलवार को रामपुरहाट के एक गांव में घरों में आग लगा दी गई। इसमें 10 लोगों की जलकर मौत हो गई। कलकत्ता हाई कोर्ट ने हिंसा का स्वत: संज्ञान लेते हुए बंगाल सरकार को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि गवाहों की रक्षा की जाए और घटनास्थल से कोई सबूत न मिटने दिया जाे। मामले को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया है।