अत्री मित्रा

पश्चिम बंगाल बीजेपी के निलंबित नेता जयप्रकाश मजूमदार ने मंगलवार को (8 मार्च 2022) तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले ली। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें टीएमसी की सदस्यता दिलाई। साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि जल्द ही जयप्रकाश मजूमदार बंगाल टीएमसी इकाई के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। जयप्रकाश मजूमदार ने इससे पहले नजरूल मंच में ममता बनर्जी की अध्यक्षता वाली मीटिंग में भी हिस्सा लिया था।

पश्चिम बंगाल की बीजेपी इकाई ने अपने दो उपाध्यक्षों को 23 जनवरी को पार्टी से अस्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया था। रितेश तिवारी और जयप्रकाश मजूमदार को 22 जनवरी को कारण बताओ नोटिस दिया गया था और ठीक एक दिन बाद 23 जनवरी को बीजेपी की बंगाल इकाई ने दोनों नेताओं को अस्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया। हालांकि ये निलंबन हमेशा के लिए नहीं था बल्कि अनुशासनात्मक कार्यवाही के पूरी होने तक था।

सुकांता मजूमदार द्वारा पश्चिम बंगाल बीजेपी का अध्यक्ष पद ग्रहण करने के बाद इन नेताओं को संगठन में फेरबदल के दौरान उनके संबंधित पदों से हटा दिया गया था। दोनों नेताओं ने बाद में मतुआ समुदाय के नेता और बनगांव से सांसद शांतनु ठाकुर के साथ मुलाकात भी की थी।

निलंबन के बाद जयप्रकाश मजूमदार ने कई मौकों पर बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई की आलोचना की थी और राज्य इकाई को निकाय चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार भी ठहराया था। सोमवार को ही बीजेपी के बागी नेताओं ने सांसद लॉकेट चटर्जी के नेतृत्व में एक बैठक में हिस्सा लिया था, जिसमें जयप्रकाश मजूमदार भी मौजूद थे। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कई अन्य बीजेपी के नेता भी आने वाले दिनों में टीएमसी ज्वाइन करेंगे।

हाल ही में निकाय चुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी को निशाने पर ले रहे कुछ नेताओं पर दिलीप घोष ने निशाना साधते हुए कहा था कि इन नेताओं ने हाल में पार्टी के लिए क्या किया? दिलीप घोष ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि कुछ संगठनात्मक कमजोरी थी और उसके अलावा बड़ी संख्या में हमारे कार्यकर्ता निष्क्रिय हो गए और वह चुनाव में प्रचार नहीं कर सके। दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस की आतंकी रणनीति के कारण पार्टी की गतिविधियों में कार्यकर्ता शामिल नहीं हो पाए ,क्योंकि उन्हें डर था कि उन पर झूठे केस कर दिए जाएंगे।