पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की लड़ाई हिंसा और बदजुबानी पर उतर आई है। पथराव, तोड़फोड़, आगजनी, मारपीट और हमले के साथ बदजुबानी का दौर भी देखने को मिला है। सियासी समर में TMC के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा ने कहा है कि जो कोई बंगाल मांगेगा वह उसे खीर देंगे, जबकि बंगाल मांगने वालों को वे (तृणमूल कांग्रेस वाले) चीर देंगे।
यह बयान उन्होंने हाल ही में हावड़ा में हुए कार्यक्रम में वह बोले थे, “सुन लो बीजेपी वालों…दूध मांगोगे, तो खीर देंगे। अगर बंगाल मांगोगे तो चीर देंगे।” हालांकि, BJP की ओर से भी बदजुबानी की हदें पार की गईं। एक रैली में कुछ कार्यकर्ता “गोली मारो…” वाले नारे लगाते कैमरे में कैद हो गए थे। हालांकि, बाद में इस मसले को लेकर तीन लोग गिरफ्तार भी कर लिए गए थे।
आगे मित्रा से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा था, तो वह बोले थे- ये गोली मारो नारा…किसने लगाया है? अगर कोई मुझे गोली मारेगा, तो क्या मैं रसगुल्ला दूंगा? आत्मरक्षा का अधिकार तो मेरा है, पर हम ये नहीं चाहते। हम गोली नहीं मारेंगे। पर एक थप्पड़ मारेंगे।
मित्रा, ममता सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके हैं। देखिए, उन्होंने उस रैली में क्या कहा थाः
इतना ही नहीं, मित्रा ने यह ऐलान भी किया था कि अगर सीएम ममता बनर्जी ने BJP में गए शुभेंदु अधिकारी को एक लाख वोटों के अंतर से नहीं हराया तो वह अपनी कलाई काट लेंगे। दरअसल, उनका यह बयान अधिकारी की उस टिप्पणी पर आया था, जिसमें उन्होंने कहा था अगर उन्होंने दीदी को 50 हजार वोटों के अंतर से नहीं हराया तो वह सियासत छोड़ देंगे।
मित्रा ने इसी के जवाब में कहा था- अगर ममता ने अधिकारी को एक लाख वोटों से नहीं हराया, तब मैं अपनी कलाई काट लूंगा और राजनीति में नहीं रहूंगा।