राज्य विधानसभा चुनावों के पहले चरण के दूसरे हिस्से में सोमवार को होने वाले मतदान में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है। इनमें माकपा के प्रदेश सचिव और विधानसभा में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र के अलावा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मानस भुंइया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष शामिल हैं। पूर्व माकपा विधायक और अब तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरीं छाया दोलुई के लिए भी यह चुनाव एक कड़ी चुनौती है। इसी तरह पश्चिम मेदिनीपुर जिला परिषद की अध्यक्ष रही पूर्व माकपा नेता अंतरा भट्टाचार्य भी अबकी भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं।

इस चरण में 31 सीटों पर मतदान होना है। इनमें से 22 सीटें जंगलमहल इलाके में शामिल पश्चिम मेदिनीपुर व बांकुड़ा जिलों में हैं और बाकी नौ सीटें बर्दवान जिले में। इन 31 सीटों के लिए 21 महिलाओं समेत 163 उम्मीदवार मैदान में हैं।सूर्यकांत मिश्र के लिए यह चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं हैं। वे मेदिनीपुर जिले की नारायणगढ़ सीट से मैदान में हैं। बीते लोकसभा चुनावों में इस विधानसभा क्षेत्र में माकपा उम्मीदवार को तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार के मुकाबले 26405 वोट कम मिले थे। इस अंतर को पाटना मिश्र के लिए एक कड़ी चुनौती है।