पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को अपना नामांकन भर दिया है। सीएम पद पर बने रहने के लिए उन्हें इस उपचुनाव में हर हाल में जीतना होगा।
ममता बनर्जी के सामने बीजेपी ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है, जबकि सीपीआई (एम) ने श्रीजीब बिस्वास पर दाव लगाया है। जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। इस सीट को टीएमसी का गढ़ माना जाता रहा है और यहां से ममता बनर्जी पहले भी चुनाव जीत चुकीं हैं।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से हार गयी थीं। सुवेंदु कभी टीएमसी में ही थे और ममता बनर्जी के खास माने जाते थे। अब ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए इस उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी। बनर्जी को पांच नवंबर तक विधानसभा की सदस्यता प्राप्त करनी है।
टीएमसी के नेता और बीते विधानसभा चुनाव में इस सीट से विधायक शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने ममता बनर्जी के लिए इस्तीफा दे दिया था। ताकि नंदीग्राम से हार चुकी ममता बनर्जी यहां से विधायक बने और उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी बरकरार रहे। ममता बनर्जी इस सीट से दो बार विधायक रह चुकी हैं।
सन् 2011 में भी ममता बनर्जी ने भवानीपुर से उपचुनाव लड़ा था। तब ममता विधानसभा का चुनाव ही नहीं लड़ी थीं। उस उपचुनाव में उन्हें यहां 77.46 प्रतिशत वोट मिले थे। इसके बाद 2016 के में बनर्जी को इस सीट से लगभग 48 प्रतिशत वोट मिले थे।
भवानीपुर के साथ-साथ मुर्शिदाबाद जिले की शमसेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं। इन दोनों सीटों पर हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान नहीं हो पाया था। इन तीनों सीटों के लिए 30 सितंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना तीन अक्टूबर को होगी।
बता दें कि इस सीट से बीजेपी ने प्रियंका टिबरेवाल को टिकट दिया है। टिबरेवाल को राजनीति में अभी ज्यादा अनुभव नहीं है। प्रियंका ने साल 2014 में बीजेपी जॉइन की थी। उसके बाद बीजेपी ने उन्हें 2015 के निगम चुनाव में टिकट दिया था, लेकिन वो जीत नहीं पाईं थीं।