WhatsApp Spygate पर बवाल के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने अपना फोन भी टैप करवाए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले की जांच करवाने की मांग की है। कोलकाता में छठ पूजा समारोह के दौरान पत्रकारों से बातचीत में ममता ने यह आरोप लगाया।
‘बीजेपी शासित राज्यों का हाथ’: उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले भी कई बार कहा है, मेरा फोन भी टैप किया जा रहा है। मेरे पास इसके सबूत भी हैं। यह सब केंद्र सरकार और दो-तीन राज्यों की सरकारों के इशारे पर हो रहा है। मैं राज्यों का नाम नहीं लूंगी लेकिन ये सभी बीजेपी शासित राज्य हैं। प्रधानमंत्री को इस मामले में देखना चाहिए। संविधान हमें आजादी देता है, लेकिन आजादी है कहां? हम बातचीत करने के लिए भी आजाद नहीं हैं।’
Hindi News Today, 03 November 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें
ममता ने लगाया यह आरोपः ममता ने कहा, ‘पहले लैंडलाइन फोन टेप हुए, फिर मोबाइल फोन और अब तो वॉट्सऐप भी सुरक्षित नहीं है। मेरी बातों को कोई न सिर्फ सुन रहा, बल्कि रिकॉर्ड भी कर रहा है। यह बेहद गंभीर मामला है। मैं चाहती हूं कि प्रधानमंत्री इस मामले की जांच कराए।’ गुरुवार (31 अक्टूबर) को इंडियन एक्सप्रेस ने बताया था कि वॉट्सऐप ने भारत में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की जासूसी किए जाने की पुष्टि की थी। यह करतूत इजरायली फर्म एनएसओ ग्रुप द्वारा बनाए गए जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिये अंजाम दी गई।
कैलाश विजयवर्गीय ने किया पलटवारः ममता बनर्जी के बयान पर बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई। बीजेपी के पश्चिम बंगाल में सक्रिय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘उन्हें पहले अपने राज्य में देखना चाहिए। वहां कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। राजीव कुमार (कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर) जैसे अधिकारियों ने जासूसी के लिए पूरा सेटअप लगा रखा था। पुलिस सिर्फ विपक्षी नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के नेताओं के भी फोन टैप कर रही है।’