West Bengal: पश्चिम बंगाल के सीतलकुची में रविवार (11 सितंबर, 2022) को एक विरोध रैली के दौरान कई देशी बम फेंके गए। बम फटने से भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के तुरंत बाद भाजपा जिलाध्यक्ष सुकुमार रॉय ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बम फेंके।

भाजपा जिलाध्यक्ष सुकुमार रॉय ने बताया कि हमने सीतलकुची इलाके के कूचबिहार में कथित रूप से विभिन्न घोटालों में शामिल टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी के लिए एक विशाल विरोध रैली की। इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पथराव करना शुरू कर दिया। बाद में बम फेंकना भी शुरू कर दिया गया। जिसमें दो कार्यकर्ता घायल हो गए।

बीजेपी नेता के आरोपों को खारिज करते हुए टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने एएनआई को बताया कि बीजेपी सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए ऐसा कर रही है।

टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा कि ये तो बहाना है… उनकी रैलियों में लोग नहीं हैं, इसलिए ये सब चर्चा में रहने का आरोप लगा रहे हैं। टीएमसी को बीजेपी की रैली पर हमला करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे एक आत्म-विनाशकारी पार्टी हैं। टीएमसी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

बता दें, पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को पार्टी के सदस्यों से कहा था कि भ्रष्ट और घोटालेबाज तृणमूल कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट होकर युद्ध छेड़ना होगा। इसी के बाद ये प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बीजेपी नेता ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को चोर और लुटेरे करार दिया था। साथ ही उन्होंने लोगों से 13 सितंबर को अपनी पार्टी के ‘नबन्ना अभियान’ मार्च में शामिल होने के लिए कहा था।

अधिकारी ने कहा था कि ममता बनर्जी की सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। उसके सभी नेता चोर और लुटेरे हैं। स्कूल भर्ती घोटाले के अलावा उन्होंने कोयले से लेकर रेत तक सब कुछ लूट लिया है। उन्होंने कहा था कि एक टीएमसी नेता को मवेशियों की तस्करी के सिलसिले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरे मंत्री से कोयले की तस्करी के मामले में पूछताछ की जा रही है।