Stray Dogs Problem: तेलंगाना में पांच साल के बच्चे को कुत्तों के झुंड द्वारा मारे जाने के बाद कर्नाटक से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का बड़ा बयान सामने आया है। प्रताप सिम्हा ने कहा कि अगर मीडिया शांत रहे तो आवारा कुत्तों की समस्या को हल किया जा सकता है। भाजपा सांसद के इस बयान की पशु प्रेमियों ने निंदा की है।

मीडिया से बात करते हुए मैसूरु-कोडागु से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने पिछले हफ्ते मीडिया से कहा था कि आप रिपोर्ट करना बंद कर दें और आवारा कुत्तों पर चुप रहें। हमें आवारा कुत्तों की समस्या को हल करने के लिए कुछ कार्रवाई करने दें।

भाजपा सांसद ने कहा कि पशु प्रेमियों के कारण हम कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। सांसद ने कहा कि उन्हें इस बात का एहसास तब होता है, जब आवारा कुत्ते उनके बच्चों को काटते हैं। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों को खिलाने से कोई फायदा नहीं होगा। यह कोई बड़ी सामाजिक सेवा नहीं है, जैसा कि वे इसे पेश करने की कोशिश करते हैं।

आवारा कुत्तों को बिना किसी दया के खत्म कर देना चाहिए: भाजपा सांसद

सिम्हा ने कहा कि आवारा कुत्तों को बिना किसी दया के खत्म किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि आवारा कुत्तों को नहीं मारा जा सकता है। जब आवारा कुत्तों को मारा जाता है तो हमारी ही पार्टी के नेता समस्या पैदा करते हैं। यहां तक कि मीडिया भी आवारा कुत्तों पर हमले की घटनाओं को उठाता है। उन्होंने कहा कि बाघों और हाथियों के एक या दो बच्चे होते हैं, कुत्तों के लगभग 10 पिल्ले होते हैं। उन्हें बिना किसी दया के खत्म कर देना चाहिए। अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए सिम्हा ने कहा कि एक बार एक आवारा कुत्ते ने उनका पीछा किया था। जिसके कारण एक सड़क दुर्घटना हुई थी।

पशु प्रेमियों ने सांसद के बयान की निंदा की

भाजपा सांसद का यह बयान पशु प्रेमियों को रास नहीं आया। पीपुल फॉर एनिमल्स (PFA) ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मैसूर के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में “सभी पिल्लों को पैदा होते ही मारने” की सिफारिश की है और आगे कहा कि अगर प्रेस उन्हें एक्सपोज नहीं करता है, तो वो ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने नागरिकों पर भी हमला किया है जो केवल जानवरों को खिलाने का अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाते हैं। पीपुल फॉर एनिमल्स ने कहा कि यह घृणित और अभद्र भाषा है, जो हिंसा फैला रही है।