कांग्रेस ने रविवार को भोपाल में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों के प्रदर्शन की अगुवाई मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कर रहे थे। ऐसे में कांग्रेस और पुलिस के बीच एक बार ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि पुलिस को पूर्व मुख्यमंत्री को डंडा दिखाना पड़ गया। फिर भी जब स्थिति नियंत्रित नहीं हुई तो पानी की बौछारे में मारनी पड़ी लेकिन इतने पर भी प्रदर्शनकारी टस से मस नहीं हुए। पुलिस द्वारा दिग्विजय सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई।

दरअसल यह विरोध प्रदर्शन भोपाल में गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन कार्यालय के पास की 10 हजार स्कावयर फीट की जमीन RSS के संगठन लघु भारती को देने के विरोध में हो रहा था। कांग्रेस का प्रदर्शन पार्क की जमीन पर लगे पेड़ काटने के विरोध में था। दिग्विजय सिंह की अगुवाई में सैकड़ों प्रदर्शनकारी 11 बजे पहुंचे, पहले पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शन तेज होने लगा तो पानी की बौछार शुरू कर दी।

दिग्विजय सिंह बार बार बैरिकेड्स पर चढ़ रहे थे लेकिन बार बार उन्हें धकेल दिया जा रहा था। एक बार तो खुद DIG ने उनका हाथ पकड़कर हटा दिया। वॉटर कैनन के लगातार इस्तेमाल के चलते वह पूरी तरह से भीग गए। आखिर में कांग्रेस को कदम पीछे करने पड़े। पुलिस ने 200 कांग्रेसियों पर मामला दर्ज किया है, जिसमें दिग्विजय सिंह समेत 8 आरोपी नामजद हैं।

इस विरोध प्रदर्शन के दौरान दिग्विजय सिंह और डीआईजी के बीच जबरदस्त नोंक झोंक होती दिखाई दी। एक बारगी तो दिग्विजय सिंह ने DIG से साफ कर दिया कि अगर यहां शिलान्यास होगा तो हम उसको तोड़ देंगे जिसके जवाब में डीआईजी ने कहा कि सर हम आप पर नजर रखेंगे। इस बीच वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता शिवराज सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा कि पार्क की जमीन RSS को एक रुपये में दी जा रही है। उन्होंने शिवराज सिंह को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि आपको याद रखना चाहिए कि कल के बाद परसो आता है।

लघु उद्योग भारती के उपाध्यक्ष मदन मोहन शर्मा का कहना है कि एसोसिएशन के पास एक एकड़ से अधिक जमीन है। हमनें तो सिर्फ 10 हजार वर्ग फीट ही ली है। उन्होंने मामले पर हो रहे राजनीतिक विवाद पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।