कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के बरेली और शाहजहांपुर में सभाएं कर विपक्ष खासकर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर गायों को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देवरिया से यहां तक की अपनी किसान यात्रा के दौरान उन्होंने गायों की दुर्दशा देखी है और गोरक्षा का दम भरने वाली भाजपा व संघ उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। उन्होंने बरेली की सभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ चंद उद्योगपतियों के हितों की रक्षा कर रहे हैं। केंद्र सरकार और भाजपा को किसानों की कोई चिंता नहीं है। वहीं उन्होंने शाहजहांपुर के पुवांया में आयोजित खाट सभा में किसानों से कहा, ‘भाजपा और आरएसएस के लोग दलाल हैं। यह लोग गायों को लेकर राजनीति करते हैंं जबकि देवरिया से यहां तक मैंने गायों की दुर्दशा देखी है। मोदी ने गायों को चुनावी स्टंट बना रखा है।’

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में गायें सड़कों पर मरने को मजबूर हैं और कोई तथाकथित गोरक्षक उनकी सुध नहीं ले रहा है। दरअसल, गायें आस्था का केंद्र नहीं बल्कि सियासत का औजार बनाई जा रही हैं। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कहा था कि वह हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे और काले धन के 15-15 लाख रुपए हर नागरिक को दिए जाएंगे लेकिन किसी को ना तो रोजगार मिला और ना ही किसी के खाते में 15 लाख रुपए आए।

उन्होंने कहा कि साल 2014 में मोदी ने वादा किया था कि वह किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए अनाज और गन्ने के वाजिब दाम दिलाएंगे, लेकिन स्थिति यह है कि हिंदुस्तान के किसान को लाभकारी मूल्य तो दूर, लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। राहुल ने कहा कि 27 साल से उत्तर प्रदेश में साइकिल (सपा) और हाथी (बसपा) की सरकार आई। यह दोनों ही सरकारें सिर्फ चुनिंदा लोगों या जातियों के लिए ही काम करती हैं। बसपा में यह लाभ केवल मायावती को होता है क्योंकि चुनाव के समय वह उम्मीदवारों को लूटती हैं और चुनाव जीतने के बाद उनका विधायक अपने क्षेत्र में लूट खसोट मचाता है।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘आप लोगों ने एक युवा नेता को मुख्यमंत्री चुना है। साढ़े चार साल में यह युवा नेता वहीं का वहीं खड़ा है। पूरे प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर है। ऐसे में प्रदेश का मजबूर युवा अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता।’ बरेली में उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ की ‘सोच’ के खिलाफ किसान यात्रा निकाल कर लोगों को जागरूक करने की मुहिम शुरू की गई है। राहुल अपने काफिले के साथ मंगलवार की रात को यहां शाहजहांपुर से सड़क मार्ग से आए थे। एमजेपी रूहेलखंड विश्वविद्यालय में रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवार को सुबह के समय सबसे पहले वे धोपेश्वरनाथ मंदिर गए जहां उन्होंने पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने गुरुद्वारा सिविल लाइंस जाकर माथा टेका। यहां से वे सुन्नी मुसलमानों की आस्था का केंद्र दरगाहे आला हजरत पहुंचे। यहां उन्होंने दरगाह पर चादरपोशी करने के बाद सज्जादानशीन अहसन रजा खां और प्रमुख धर्मगुरु सुब्हानी मियां से बंद कमरे में मुलाकात की।

आजाद इंटर कालेज से शुरू हुआ राहुल गांधी का रोड शो शाहमत गंज, बांस मंडी, मठ की चौकी, कुतुबखाना, बड़ा बाजार, साहूकारा, किला होता हुआ दिल्ली रोड पहुंच गया। शहर के बाहरी इलाके में स्वाले नगर में एक सभा को अपनी कार से ही संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गलत सोच के चलते खाट ले जाने वाले किसानों को तो भाजपा के लोग चोर बता रहे हैं लेकिन बैंकों का 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा धन लेकर विदेश फरार हो गए विजय माल्या को सिर्फ डिफाल्टर बताया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 बड़े उद्योगपतियों का एक लाख दस हजार करोड़ रुपए कर्ज माफ कर दिया है। दूसरी ओर मामूली कर्ज की वसूली के लिए किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि फसलों का बाजिव मूल्य न मिलने से किसान बदहाल हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो गेहूं, धान, गन्ना और दूसरी सभी फसलों का किसानों को बाजिव मूल्य दिलाया जाएगा। किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे।

 


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