RSS: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी के मद्देनजर आरएसएस चीफ मोहन भागवत उत्तर प्रदेश के लखनऊ दौरे पर आए हैं। इस दौरान मोहन भागवत ने अवध क्षेत्र की कई बैठकों में हिस्सा लिया और लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर भी अपनी राय रखी।

आरएसएस ने रविवार को कहा कि अवध क्षेत्र में उसके पदाधिकारियों को लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण जैसी असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के खिलाफ ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक जागरूकता में तेजी लाने के लिए कहा गया है। आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा कि रविवार को लखनऊ के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित चार दिवसीय बैठक के दूसरे दिन चर्चा का मुख्य फोकस लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण का मुद्दा शामिल रहा था।

RSS की बैठक का आज अंतिम दिन

लखनऊ के चार दिवसीय दौरे पर आए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बैठक की अध्यक्षता की। 22 सितंबर को लखनऊ पहुंचे भागवत अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आरएसएस की संगठनात्मक गतिविधियों के विस्तार को लेकर आज यानी सोमवार को भी बैठक करेंगे। आरएसएस चीफ मोहन भागवत 22 सितंबर को लखनऊ पहुंचे थे।

आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘नेपाल की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में लैंड जिहाद नई गतिविधि है। लोग वहां मस्जिद, मजार और दरगाह बनाने के लिए हिंदुओं की जमीनें हड़प रहे हैं। उन्होंने कहा कि लैंड जिहाद, लव जिहाद, मुसलमानों और ईसाइयों द्वारा हिंदुओं का धर्म परिवर्तन चिंता का विषय है। आरएसएस पहले से ही ऐसी गतिविधियों के खिलाफ जन जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। अब इस जागरूकता कार्यक्रम को और तेज चलाने का फैसला लिया गया है।

शाखाएं बढ़ाएगी आरएसएस

बैठक में आरएसएस नेतृत्व ने अपनी शाखाएं बढ़ाने और समाज के हर क्षेत्र और इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अपनी गतिविधियां चलाने का भी फैसला किया। सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म और हिंदू धर्म पर की गई हालिया टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की गई।

इसी तरह आरएसएस भी युवा पीढ़ी के बीच अपने विचारों का प्रचार-प्रसार करने का काम करेगा। आरएसएस ने कहा, “संघ वंचित लोगों को उनका अधिकार और सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।” आरएसएस के एक पदाधिकारी ने बताया, ”हम दलितों और आदिवासियों तक पहुंचेंगे और उन्हें उनके अधिकार दिलाने में मदद करेंगे।”

बता दें, मोहन भागवत के आगमन से पहले, आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के साथ-साथ राज्य भाजपा प्रमुख भूपेन्द्र चौधरी और महासचिव (संगठन) धर्मपाल सिंह के साथ एक बंद कमरे में बैठक की। त्रिपक्षीय बैठक में सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और दलितों तक पहुंचने के लिए राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया।’

क्या है लव जिहाद?

‘लव जिहाद’ एक शब्द है जिसका इस्तेमाल हिंदुत्व संगठनों द्वारा हिंदू महिलाओं से शादी करने वाले मुस्लिम पुरुषों के लिए किया जाता है। लव जिहाद दो शब्‍दों से मिलकर बना है। इसमें लव अंग्रेजी भाषा का शब्‍द है। इसका मतलब प्‍यार, इश्‍क और मोहब्‍बत होता है। जिहाद अरबी भाषा का शब्‍द है। इसका मतलब धर्म की रक्षा के लिए युद्ध करना होता है। आशय साफ है कि जब एक धर्म विशेष को मानने वाला व्‍यक्ति दूसरे धर्म की लड़कियों को प्‍यार के जाल में फंसाकर किसी प्रकार का प्रलोभन देकर या विवाह के जरिए धर्म परिवर्तन करवा देता है तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है।