बजरंग दल संगठन के बुलंदशहर जिला संयोजक योगेशराज सिंह के समर्थन में आ खड़ा हुआ है, जो जिले के एक पुलिस अधिकारी की हत्या का मुख्य आरोपी है। संगठन का दावा है कि योगेशराज को हत्या के मामले में फंसाया गया है। संगठन के नेताओं ने शनिवार (8 दिसंबर, 2018) को कहा कि हिंसा के समय योगेशराज घटनास्थल मौजूद नहीं था, इसलिए संगठन अदालत के भीतर और बाहर उसके समर्थन में लड़ेगा। बता दें कि बीते सोमवार से फरार योगेशराज ने बुधवार को एक वीडियो संदेश जारी कर दावा किया कि वह निर्दोष है और हिंसा के वक्त घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (बुलंदशहर में स्याना पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर) की उस वक्त हत्या कर दी गई जब वो कथित गो हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रही भीड़ को शांत कराने पहुंचे थे, मगर मामला हिंसक होता चला गया। हत्या के पूरे मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई है जो केस में योगेशराज के रोल की पड़ताल करने में जुटी है। मामले में योगेशराज को आरोपी नंबर एक बनाया गया है।
वहीं बजरंग के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी ने संडे एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें शक है कि योगेशराज को केस में फंसाया जा रहा है। सोलंकी ने कहा, ‘यह साजिश है। जिस वक्त हिंसा हुई तब योगेशराज वहां मौजूद ही नहीं था। वो तब स्याना पुलिस स्टेशन था, जो गो हत्या के खिलाफ पुलिस में एफआईआर लिखाने पहुंचा। हिंसा के स्थान से यह पुलिस स्टेशन करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर है।’ सोलंकी ने आगे कहा कि पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए। उसे पकड़ना चाहिए जिसने हिंसा के दौरान गोली चलाई। योगेशराज निर्दोष है और हम सब उसके समर्थन में हैं। हम उसे कानूनी सहायता मुहैया कराएंगे।
इसके अलावा अगर जरुरी हुआ तो संगठन के वरिष्ठ नेता सरकार से बात करेंगे। सोलंकी के अलावा मेरठ प्रांत के बजरंग दल स्टेट संयोजक बलराज डोंगर ने भी योगेशराज का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ‘दो दिन पहले मैंने योगेशराज के परिजनों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि योगेशराज को सभी मदद मुहैया कराई जाएगी।’
बुलंदशहर से भाजपा सांसद भोला सिंह का भी तर्क है कि एसआईटी अभी तक योगेशराज के खिलाफ कोई सबूत नहीं खोज पाई है। भोला सिंह के मुताबिक, ‘अभी तक ऐसा कोई वीडियो और तस्वीरें सामने नहीं आई हैं जिनमें योगेशराज पत्थरबाजी करते और या लाठी लिए नजर आ रहा हो। यहां तक एसएसपी ने उसे स्थानीय लड़कों को सड़क से हटाने के लिए बुलाया।’