उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार (10 जुलाई, 2021) को दो संदिग्ध आतंकियों को एंटी टेरर स्क्वॉयड (एटीएस) ने हिरासत में ले लिया। ये दोनों शहर के काकोरी इलाके में छिपे थे, जिनके पास से विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया गया है।

यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी एटीएस ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया है। एटीएस ने अलकायदा से संबंधित आतंकी संगठन से जुड़े दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही हथियारों का जखीरा और विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पकड़े गए दोनों आतंकी जिस आतंकी संगठन से संबंध रखते हैं उसे  पाकिस्तान के पेशावर व क्वेटा से संचालित किया जा रहा था। साथ ही उन्होंने कहा कि पकड़ा गया दोनों आतंकी मिनहाज और शकिलुद्दीन 15 अगस्त से पहले शहरों को दहलाने की साजिश रच रहे थे।

दोनों आतंकी के छिपे होने की गुप्त सूचना मिलते ही एटीएस का दस्ता हरकत में आया था और टीम ने क्षेत्र के आस-पास के मकान खाली करा लिए थे। मौके पर बम निरोधक दस्ता भी पहुंचा था। इन संदिग्ध आतंकियों के हैंडलर पाकिस्तान के बताए जा रहे हैं।

इस मामले में यूपी एटीएस के जीके गोस्वामी ने हिंदी चैनल “आज तक” से कहा- आतंकियों का लिंक कश्मीर से है। ये दोनों स्लीपर सेल थे। वह ऐक्टिव होकर काम कर रहे थे और लखनऊ में धमाके की फिराक में थे। उनके पास से जिंदा बम बरामद हुआ है। एक आतंकी  लखनऊ के मलिहाबाद से है। आतंकियों के पास से प्रेशर कुकर बम, टाइम बम और अन्य हथियार आदि मिले हैं।

पकड़े गए दोनों संदिग्धों के कश्मीर कनेक्शन की जांच-पड़ताल फिलहाल जारी है। हालांकि, पूरे मसले पर आधिकारिक जानकारी का इंतजार है। शाम पांच बजे इस मसले पर एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी।