उत्तर प्रदेश के हापुड़ में राजस्थान के चार सिपाही मॉब लिंचिंग का शिकार बनते-बनते बचे। हालांकि वे बच्चा चोर या गौ हत्या जैसे मामले में नहीं फंसे थे, लेकिन भीड़ ने उनको घेर लिया था। लोगों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। वे चिल्लाते रहे, लेकिन हमलावर भीड़ ने उनकी एक नहीं सुनी। मामला थाना धौलाना क्षेत्र का है। पिछले महिने राज्य में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बिना एक घर पर राजस्थान पुलिस छापा मारने पहुंच गई थी।
पुलिसकर्मियों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज: घटना के बाद राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल सलीम खान ने हापुड़ के पुलिस स्टेशन में ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। उनका आरोप है कि धोखाधड़ी के एक मामले में वे और तीन अन्य पुलिसकर्मी जब आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर छापा मारने गई तो ग्रामीणों ने उनके साथ धक्का मुक्की की और मारपीट शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले पर हापुड़ के एसपी यश वीर सिंह ने कहा कि दो नामजद और लगभग एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस दल पर हमला करने वाले जल्द होंगे सलाखों के पीछे: हालाकि कुछ लोगों का मानना है कि राजस्थान पुलिस ने स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना गांव पर छापा मारा था। इसके कारण गांव वाले आक्रोशित हो गए। धोखाधड़ी मामले में आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। धौलाना पुलिस थाने के प्रभारी विशाल ने कहा कि धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों और पुलिस दल पर हमला करने वालों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
National Hindi News, 22 September 2019 LIVE Updates: देश की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
दिल्ली में युवक को बच्चा चोर समझकर भीड़ ने जान ले ली थी अभी हाल ही में दिल्ली के पास एक युवक को भी भीड़ हिंसा का शिकार बना दिया गया। वह शौच के लिए रेलवे लाइन पर गया था। वहां बदमाशों ने उसे दौड़ाया तो वह उनसे बचने के लिए झुग्गी-झोपड़ी में घुस गया। वहां लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर बुरी तरह मारा। इससे उसकी मौत हो गई।