उत्तर प्रदेश में 2017 में योगी सरकार आने के बाद अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई है। योगी सरकार के आने के बाद अब तक पुलिस एनकाउंटर में 266 अपराधी मार गिराए गए हैं। बुधवार यानी 31 दिसंबर 2015 को यूपी पुलिस ने आंकड़े जारी किए। उत्तर प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यूपी पुलिस ने किस तरह से अपराध पर काबू पाया है।

एनकाउंटर में मारे गए 48 अपराधी

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2025 में एनकाउंटर में 48 अपराधियों को मार गिराया, जो पिछले आठ सालों में सबसे ज़्यादा सालाना आंकड़ा है। पुलिस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए DGP राजीव कृष्णा ने 20 मार्च, 2017 और 29 दिसंबर 2025 के बीच पुलिस कार्रवाई से संबंधित डेटा शेयर किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था।

डेटा से पता चला कि 2017 से पुलिस एनकाउंटर में 266 अपराधी मारे गए। अकेले 2025 में पुलिस ने 2,739 ऑपरेशन किए और इस दौरान 3,153 आरोपी घायल हुए, जबकि 48 मारे गए। डेटा से यह भी पता चला कि एनकाउंटर के दौरान एक पुलिसकर्मी भी मारा गया।

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पुलिस एनकाउंटर में मारे गए कथित अपराधियों की संख्या 2018 में 41, 2019 में 34, और 2020 और 2021 में 26-26 थी। वहीं 2022 में यह आंकड़ा घटकर 13 हो गया, जिसके बाद 2023 में बढ़कर 26 और 2024 में 25 हो गया। 2017 से अब तक पुलिस ने कुल 16,284 ऑपरेशन किए, जिसमें 10,990 आरोपी घायल हुए और 266 मारे गए। डेटा के अनुसार इस दौरान 1,783 पुलिसकर्मी भी घायल हुए और 18 मारे गए।

अवैध धर्मांतरण पर भी पुलिस ने की कार्रवाई

अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी देते हुए DGP कृष्णा ने बताया कि 1 जनवरी से 20 दिसंबर, 2025 के बीच, उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 के तहत 475 मामले दर्ज किए गए और 855 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मौजूदा स्थिति के अनुसार 409 में से 379 मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।

गौ तस्करी और गौ हत्या के खिलाफ क्या है अपडेट?

गौ तस्करी और गौ हत्या के खिलाफ कार्रवाई पर डीजीपी ने कहा कि इसी अवधि के दौरान, राज्य भर में 1,197 मामले दर्ज किए गए, जिसके कारण 3,128 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इनमें से 958 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है। डीजीपी ने कहा कि 71 मामलों में गुंडा एक्ट के तहत 613 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जबकि गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत 1,273 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। डीजीपी ने कहा, “कार्रवाई के तहत 7.38 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।”

चोरी-डकैती के कितने मामले?

डीजीपी ने कहा कि 1 जनवरी से 20 दिसंबर 2025 के बीच राज्य भर में बड़ी मात्रा में संपत्ति जब्त की गई, जो प्रभावी अपराध नियंत्रण और सफल जांच को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि 2025 में चोरी, डकैती और सेंधमारी से जुड़े मामलों में पुलिस ने 8,543 दोपहिया वाहन और 911 चार पहिया वाहन बरामद किए। इसके अलावा इन अपराधों के संबंध में 28.69 करोड़ रुपये नकद, 52.27 करोड़ रुपये के आभूषण और 58.17 करोड़ रुपये की अन्य संपत्ति जब्त की गई।

सेलफोन की जानकारी देते हुए DGP ने कहा कि 2025 में राज्य भर से अनुमानित 84.25 करोड़ रुपये मूल्य के 54,995 मोबाइल फोन बरामद किए गए। इनमें से 49,404 मोबाइल फोन की अनुमानित कीमत 76.59 करोड़ रुपये थी और उनके असली मालिकों को लौटा दिए गए। केस प्रॉपर्टी को निपटाने के बारे में डेटा से पता चला कि 1 जनवरी से 20 दिसंबर 2025 के बीच पुलिस ने 1.16 लाख गाड़ियां, 50.97 करोड़ रुपये कैश, 76.42 करोड़ रुपये की अनुमानित कीमत के गहने और 3.36 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक सामान का निपटारा किया।