UP Politics: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने एक बार फिर से सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। राजभर ने सुल्तानपुर के इसौली स्थित वलीपुर बाजार में बुधवार को एक रैली के दौरान अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव के पास पिछड़ों, मुसलमानों और सामान्य लोगों को धोखा देने वाली मशीन है।

ओपी राजभर ने आरोप लगाया कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, तब 86 में से 56 एसडीएम यादव समुदाय से बनाए गए थे। उन्होंने अखिलेश यादव पर हक लूटने की मशीन रखने का भी आरोप लगाया। मीडिया से बात करते हुए राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी साढ़े आठ साल से सत्ता से बेदखल है और अब महल का माल खत्म हो रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि जब सपा सत्ता में थी, तब प्रदेश का खजाना लूटा जाता था।

बिहार चुनाव को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि वहां एनडीए गठबंधन की सरकार बनेगी और वे एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में राजभर ने एक ऐतिहासिक व्यक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि वह “जाहिल, गंवार, बुजदिल, अनपढ़” था। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान का रहने वाला गजनी उसका भांजा सैयद मसूद गाजी उसका सेनापति था, जो भारत को लूटने और गुलाम बनाने आया था। बहराइच के युद्ध में वह मारा गया था।

अखिलेश के 100 रुपये वाले बयान पर राजभर ने क्या कहा था?

इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के जन्मदिन पर सौ रुपये देने की बात कही थी। जिसे लेकर सियासत गरमा गई थी। सपा मुखिया के इस जवाब पर ओम प्रकाश राजभर ने पलटवार किया था। राजभर ने कहा था कि मुझे उनकी शुभकामनाओं की जरुरत नहीं है। वो अपने सौ रुपये अपने पास ही रखें।

अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए राजभर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट लिखी था और कहा था कि समाजवादी पार्टी को सिर्फ पैसा ही दिखाई देता है। सपा सरकार में पैसों की लूट-खसोट करते रहे, इसलिए आज भी जन्मदिन की शुभकामनाएं देने की जगह पैसों के आधार पर बातें कर रहे हैं।

ओपी राजभर ने कहा था कि सत्ता से दूर हुए साढ़े आठ साल बीत चुके हैं, कमाई का रास्ता बंद हो गया है, इसलिए अब 100 रुपये की बात कर रहे हैं। अगर सत्ता में बने रहते तो करोड़ों-अरबों से नीचे बात ही नहीं करते। ईश्वर करे जनता के पैसों से महलों में ऐश करने वाले अब पाई-पाई का हिसाब रखें।

राजभर ने कहा कि मेरे जन्मदिन पर अखिलेश यादव जी की शुभकामनाओं की मुझे कोई जरूरत नहीं है। हमारे शुभ की कामना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाह जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कर रहे हैं, जो वास्तव में जनता के लिए सोचते हैं। जनता के हित में काम करने वाले नेताओं की शुभकामनाएं मेरे लिए काफी हैं।

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अखिलेश पर हमलावर होते हुए ओपी राजभर ने कहा था कि समाज को बांटने की राजनीति करने वाले अपनी शुभकामनाएं और अपना 100 रुपये अपने पास ही रखें। हमारे पास पैसा भले न हो। लेकिन, ईमानदारी और जनता की सेवा का संकल्प है। हां, इतना जरूर है कि अगर कभी अखिलेश यादव जी को बुरे वक्त में जरूरत पड़ी तो हम अपने खेत से निकलने वाले अनाज और सब्ज़ी की मदद देने से पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि हमारी संस्कृति मदद करने की है, दिखावा करने की नहीं।

अखिलेश यादव ने क्या कहा था?

बता दें, सोमवार को लखनऊ में मीडिया कर्मियों ने जब अखिलेश यादव से पूछा कि आज ओम प्रकाश राजभर का जन्मदिन है, इस पर आप कुछ कहेंगे तो अखिलेश यादव ने बेरुखी से कहा कि मैं क्या करूं..जन्मदिन उनका है तो मैं इसके लिए क्या करूं..सौ रुपये से काम चलता है तो भिजवा दें। हम तो 100 रुपये ही देते हैं चाहे जिनका जन्मदिन हो।

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