उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी इस चुनाव के लिए काफी पहले से तैयारियों में जुटी दिख रही है। मंत्री से लेकर सीएम तक इलाकों का दौरा कर रहे हैं और जनसमर्थन जुटाने की कोशिशों में लगे हैं। इसी क्रम में संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला बलिया पहुंचे थे।
बलिया में राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने कहा कि भगवान राम, कृष्ण और शिव, भारतीय मुस्लिमों के पूर्वज हैं और उन्हें भारतीय भूमि और संस्कृति’ को नमन करना चाहिए। उन्होंने ने दावा किया कि मोदी और योगी सरकार ने इस्लामिक स्टेट बनाने की मंशा रखने वाली सोच को मटियामेट कर देश में हिंदुत्व व भारतीय संस्कृति का परचम लहरा दिया है।
राज्यमंत्री आनंद स्वरूप ने बृहस्पतिवार की शाम यहां राज्य सरकार की साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए पत्रकारों से कहा कि भारत के मुसलमानों के पूर्वज भगवान राम, कृष्ण और शंकर हैं। उन्हें काबा की धरती देखने की जरूरत नहीं है। इन लोगों को भारत की भूमि और संस्कृति के आगे नमन करना चाहिए।
आगे उन्होंने कहा कि सीरिया और अफगानिस्तान के बाद विभिन्न देशों के कुछ लोग दुनिया को एक इस्लामिक राज्य बनाना चाहते थे। भारत में भी कुछ लोगों की ऐसी ही सोच थी, लेकिन मोदी और योगी की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति का देश में परचम लहराकर इस सोच को मटियामेट कर दिया।
इस दौरान उन्होंने ओवैसी पर भी जमकर हमला बोला। आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती से गाजियों का पूरी तरह सफाया कर दिया गया है। ऐसी शक्तियां भविष्य में सिर नहीं उठा पाएंगी। योगी सरकार ऐसी शक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। राज्य मंत्री ने कहा- “असदुद्दीन ओवैसी के पूर्वज हैदराबाद को अलग राष्ट्र बनाना चाहते थे, वह कामयाब नहीं हो सके, ऐसी मानसिकता रखने वाले लोग अभी भी हैं, यह बुजदिल लोग हैं और इनके पूर्वज भयवश मुसलमान बन गए थे”। उन्होंने कहा कि मोदी व योगी सरकार में इस तरह की सोच पनप नहीं सकती।
हाल ही में संभल में लगाए गए विवादास्पद पोस्टरों को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के सम्भल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खुलेआम तालिबान के समर्थन में बयान देने से ऐसे कार्यों को प्रोत्साहन मिलता है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की बैठक से पहले संभल को “गाज़ियों” की भूमि कहने वाले पोस्टर सामने आए थे। भाजपा ने इन पोस्टरों पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद इन पोस्टरों को हटा दिया गया था।